ओस्लो। World Wrestling championships: नार्वे में आयोजित विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में श्रीलंका टीम को बुरी फजीहत का सामना करना पड़ा है। टीम का मैनेजर चैंपियनशिप के दौरान ही अपने होटल से गायब हो गया। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार टीम को बिना मैनेजर ही वापस लौटना पड़ा। खबर है कि मैनेजर अवैध रूप से यूरोप में रहने की कोशिश में लगा था और इसी कारण इस कारगुजारी को अंजाम दिया। अब स्थानीय पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
IPL 2022 में पंजाब के लिए नहीं खेलेंगे KL Rahul, नीलामी में होंगे शामिल
श्रीलंका कुश्ती माहसंघ के प्रमुख सरथ हेविथाराना ने भी श्रीलंका के कुश्ती प्रबंधक के गायब होने की पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि वह World Wrestling championships के बाद नॉर्वे में ही गायब हो गया है। हेविथाराना ने कहा कि मैनेजर डोनाल्ड इंद्रवांसा चैंपियनशिप शुरू होने के तीसरे दिन ही अपने होटल से गायब हो गया। काफी इंतजार के बाद टीम को आखिर उसके बिना ही स्वदेश वापस लौटना पड़ा है। इस बात की संभावना है कि वह स्विट्जरलैंड जाने की कोशिश कर रहा है। एक श्रीलंकाई नागरिक ने इंद्रवासा को बस का टिकट खरीदते देखा था।
RCB vs KKR Eliminator Match: क्वालिफायर-2 में पहुंची KKR, RCB का सफर समाप्त
तलाश में जुटी नॉर्वे पुलिस
हेविथाराना ने बताया कि World Wrestling championships से मैनेजर के गायब होने के बारे में ओस्लो पुलिस और नॉर्वे के अधिकारियों को जानकारी दे दी गई थी और अब पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। उन्होंने कहा कि इंद्रवांसा अब ओस्लो में कहीं नहीं रह सकता है क्योंकि पुलिस और प्रशासन सतर्क है। संभावना इसी बात की है कि वह स्विट्जरलैंड या किसी अन्य यूरोपीय देश में जा सकता है।
Vinoo Mankad Trophy 2021: क्वार्टर फाइनल में पहुंची राजस्थान, केरल को 83 रनों से रौंदा
पहले भी गायब हुए हैं श्रीलंकन एथलीट
टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों और कोच के गायब होने के मामले में श्रीलंका का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। श्रीलंका के कई एथलीट पहले भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स के दौरान टीम को छोड़कर भाग चुके हैं। वर्ष 2014 में दक्षिण कोरिया में हुए एशियाई खेलों के दौरान 2 श्रीलंकाई एथलीट गायब हो गए थे। वर्ष 2007 में एक ट्रिपल जंप कोच हटली में टीम को छोड़ भागा था। वहीं 2004 में जर्मनी में एक टूर्नामेंट खेलने गई श्रीलंका की पूरी हैंडबॉल टीम ही गायब हो गई थी। टीम के सभी 23 खिलाड़ियों के भाग जाने की इस घटना पर 2008 में एक फिल्म भी बन चुकी है।