नई दिल्ली। Tokyo Olympics और पैरालंपिक खेलों में पदक जीतकर देश का मान-सम्मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को सरकार भी बड़े सम्मान से नवाजने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि Tokyo Olympics और पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेताओं को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न देने की तैयारी है। इसके अलावा रजत और कांस्य पदक विजेताओं को भी देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों से नवाजा जाएगा। इस संबंध में खेल मंत्रालय ने पूरी तैयारी कर ली है।
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सूत्रों का कहना है कि गोल्ड मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा। जबकि रजत और कांस्य पदक विजेता अगर खेल रत्न नहीं बन पाते हैं तो उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यही कारण है कि इस बार खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड देने का रिकॉर्ड टूट सकता है।
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खेल पुरस्कारों के लिए इस बार रिकॉर्ड 600 खिलाड़ियों ने अपनी दावेदारी जताई है। पुरस्कारों के चयन के लिए बनाई गई समिति इन आवेदनों की छंटनी करेगी। हालांकि खेल मंत्रालय इस कमेटी से सिफारिश कर सकता है कि स्वर्ण विजेताओं को खेल रत्न और पदक विजेताओं को अर्जुन अवॉर्ड दिया जाए। ओलंपिक में जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने और पैरालंपिक में भाला फेंक में सुमित अंतिल, निशानेबाजी में अवनि लेखरा और मनीष नरवाल, बैडमिंटन में कृष्णा नागर और प्रमोद भगत ने स्वर्ण जीते हैं। नीरज और प्रमोद खेल रत्न के लिए पहले ही आवेदन कर चुके हैं। इनके अलावा दुती चंद, हिमा दास, कोनेरू हंपी, आर अश्विन और पीआर श्रीजेश प्रमुख हैं।
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12 सदस्यीय कमेटी गठित
जस्टिस मुकुंदकम शर्मा की अगुवाई में खेल मंत्रालय ने 12 सदस्यीय अवॉर्ड कमेटी गठित की है। इनमें मुक्केबाज सरिता देवी, क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, शूटर अंजलि भागवत, देवेंद्र झाझरिया, हॉकी कोच बलदेव सिंह और क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा प्रमुख हैं।
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खेल रत्न पर इन 35 खिलाड़ियों की दावेदारी
खेल रत्न के लिए 35 खिलाड़ियों ने दावा ठोका है। अर्जुन के लिए 215, द्रोणाचार्य लाइफ टाइम के लिए 100 और नियमित द्रोणाचार्य के लिए 48, ध्यानचंद लाइफ टाइफ अवार्ड के लिए 138, खेल प्रोत्साहन के लिए 36 और माका ट्रॉफी के लिए पांच विश्वविद्यालयों ने आवेदन किया है। इस बार मंत्रालय ने प्रतिबंध पूरा कर चुके डोपिंग के दागियों को भी अवॉर्ड के लिए योग्य करार दिया है। हालांकि उनकी उपलब्धि प्रतिबंध पूरा करने के बाद की होनी चाहिए। ऐसे में मुक्केबाज अमित पंघाल खेल रत्न के दावेदारों में शामिल होंगे। उन्होंने फिर इसके लिए आवेदन किया है।