नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट रेसलर Sushil Kumar का कहना है कि स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) के विवाद के कारण वो अभी तक ओलंपिक की तैयारी शुरू नहीं कर पाए हैं। सुशील कुमार ने SGFI के पूर्व सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों सुशील कुमार ने कहा था किवो नेशनल चैंपियनशिप में नहीं खेल रहे हैं। लेकिन अब सुशील के इस खुलासे से साफ हो गया है कि इसके पीछे वजह क्या हैं।
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Sushil Kumar ने कहा, SGFI में चल रही अंदरूनी लड़ाई के कारण मेरी ओलंपिक की तैयारी पिछड़ गई है। लेकिन मैं टोक्यो ओलंपिक क्वालिफाई करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाला हूं। सुशील ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारतीय रेसलर टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करेंगे। दरअसल, सुशील कुमार के अलावा बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी नेशनल चैंपियनशिप में नहीं खेल रहे हैं। दोनों रेसलर देश से बाहर ओलंपिक की तैयारियों में जुटे हैं।
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सरकार ने मांगी जानकारी: Sushil Kumar
दरअसल, 2008 बीजिंग और 2012 लंदन ओलंपिक मेडलिस्ट और SGFI के पूर्व अध्यक्ष Sushil Kumar ने फेडरेशन के पूर्व सचिव राजेश मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि 12 नवंबर को भारत सरकार की ओर से मुझे एक पत्र मिला, जिसमें कई मुद्दों पर उनसे जानकारी मांगी गई थी। लेकिन कई बार पूछे जाने के बाद भी जानकारी नहीं दी गई। जब मैंने इस बारे में पता किया तो मुझे SGFI में फर्जीवाड़े के बारे में जानकारी मिली। अगर इस प्रकरण की स्वतंत्र जांच करवाई जाती है तो करोड़ों रूपए का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।
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एक ही खिलाड़ी के पैसे दो जगह से लिए गए
Sushil Kumar ने आरोप लगाया कि SGFI के पूर्व पदाधिकारियों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर किए बल्कि एक ही खिलाड़ी के दो जगह से पैसे भी उठाए। जो साफ दर्शाता है कि आर्थिक अनियमितताएं की गई हैं। इंटरनेशनल खेलने वाले खिलाड़ी के पैसे राज्य से लेने के अलावा भारत सरकार से भी ले लिए गए। ऐसा कितने खिलाड़ियों के साथ किया गया, यह जांच के बाद ही सामने आ सकेगा। उन्होंने कहा कि मैं फेडरेशन में मौजूद कमियों को दूर करने की कोशिश कर रहा हूं। जानकारी के मुताबिक, SGFI के पिछले दिनों चुनाव हुए। इसमें नए सिरे से कार्यकारिणी का गठन किया गया है। लेकिन इसमें Sushil Kumar को जगह नहीं दी गई है। हालांकि अभी भारत सरकार से मान्यता मिलनी बाकी है।