एथेंस (यूनान)। U17 World Wrestling Championship 2025 : भारतीय महिला पहलवानों ने अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2025 (U17 World Wrestling Championship 2025) में धमाकेदार शुरूआत की है। भारतीय पहलवानों ने गुरुवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दो गोल्ड मेडल सहित कुल पांच मेडल जीतकर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई। भारत को मिले पदकों में दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल शामिल रहे।
Indian🇮🇳 women wrestlers deliver an impressive performance at U17 World Wrestling Championships 2025 in Athens, securing a total of five medals including two #Gold🥇, two #Silver🥈and one #Bronze🥉#Wrestling🤼 #IndianWrestling pic.twitter.com/vQVPfKT3Ue
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 1, 2025
रचना और अश्विनी ने बिखेरी सोने की चमक
U17 World Wrestling Championship 2025: भारत को पहला गोल्ड, ग्रीको-रोमन वर्ग में हरदीप ने रचा इतिहास
भारत को पहला गोल्ड मेडल महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में 43 किलोग्राम वज़न श्रेणी में रचना ने दिलाया। उन्होंने फाइनल में चीन की जिन हुआंग को धैर्यपूर्ण प्रदर्शन के साथ हराया और भारत को प्रतियोगिता में शानदार शुरुआत दिलाई। इसके तुरंत बाद अश्विनी विश्नोई ने भारत के लिए दूसरा गोल्ड जीत लिया। उन्होंने 57 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में उज्बेकिस्तान की मुखाय्यो रहीमजोनोवा को हराकर भारत के स्वर्णिम दिन को और भी गौरवशाली बना दिया।
U17 World Wrestling Championship 2025: भारत को पहला गोल्ड, ग्रीको-रोमन वर्ग में हरदीप ने रचा इतिहास
मोनी-काजल सोने से चूकीं, सिल्वर पर कब्जा
U17 World Wrestling Championship 2025 के 57 किलोग्राम भारवर्ग में भारत की मोनी को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। वह बेहद करीबी मुकाबले में कजाखस्तान की मधकिया उस्मानोवा से सिर्फ एक अंक से हार गईं। मुकाबला बेहद रोमांचक रहा और अंतिम क्षण तक परिणाम तय नहीं था।
वहीं, U17 World Wrestling Championship 2025 में भारत को दूसरा सिल्वर मेडल काजल ने दिलाया, जिन्होंने 73 किलोग्राम वर्ग में चीन की वेनजिन किउ के खिलाफ कड़ा मुकाबला किया। फाइनल तक पहुंचने के उनके सफर में कई शानदार जीतें शामिल रहीं, हालांकि वे अंतिम मुकाबले में पदक का रंग नहीं बदल सकीं।
वहीं 49 किलोग्राम वर्ग में कोमल वर्मा ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में अन्हेलिना बुर्किना को हराकर पोडियम पर भारत का परचम फहराया।