टोक्यो। 2024 में होने वाले पेरिस Olympic खेलों से वेटलिफ्टिंग बाहर हो सकती है। इसके साथ ही बॉक्सिंग का कोटा भी कम हो सकता है। दरअसल, ओलंपिक खेलों को साफ-सुथरा और अविवादित बनाए रखने के नाम पर इन खेलों पर गाज गिर सकती है। वेटलिफ्टिंग लगातार बढ़ते डोपिंग के मामलों को लेकर विवादों में है। जबकि बॉक्सिंग को लेकर समय-समय पर संचालन संबंधित विवाद उठते रहते हैं।
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दरअसल, हाल ही में इंटरनेशनल Olympic कमेटी (IOC) को किसी भी खेल को ओलंपिक से हटाने के संबंध में और अधिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। जिसके बाद पहली गाज वेटलिफ्टिंग पर गिरने की संभावना है। बीते कुछ सालों में वेटलिफ्टिंग में डोपिंग के मामले बेतहाशा बढ़ गए हैं।
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डोपिंगरोधी संस्था नाडा इस पर रोक लगाने के पूरे प्रयास कर रहा है। समय-समय पर रेसलर्स के रैंडम सैंपल चेक भी किए जाते हैं। बावजूद इसके डोपिंग के मामले कम नहीं हो रहे हैं। भारत में तो इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है। यही कारण है कि आईओसी के सदस्य देशों ने आईओसी को इस बात के लिए अधिकृत कर दिया है कि वह किसी भी खेल को Olympic से बाहर कर सकता है। इसके पीछे तर्क यह है कि किसी भी खेल संबंधित समस्या के चलते ओलंपिक की प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाया जा सकता है। ऐसे में या तो पारदर्शिता और नियमानुसार खेलना होगा अथवा बाहर जाना तय है।
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आईओसी को सौंपा खेलों को निलंबित करने का अधिकार
आईओसी प्रमुख थाॅमस बाक की अध्यक्षता वाले कार्यकारी बोर्ड को किसी खेल की संचालन संस्था के किसी निर्णय का पालन नहीं करने या उसे मानने से इनकार करने पर किसी खेल या स्पर्धा को Olympic से निलंबित करने का नया अधिकार भी मिल गया है। इसका सबसे अधिक प्रभाव मुक्केबाजी और वेटलिफ्टिंग पर पड़ सकता है। मुक्केबाजी में पेरिस ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों का कोटा पहले ही कम कर दिया गया है, लेकिन वेटलिफ्टिंग को इन खेलों से पूरी तरह से ही हटाया जा सकता है।