नई दिल्ली। AIFF: कल्याण चौबे भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के नए अध्यक्ष बन गए हैं। मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व गोलकीपर रहे कल्याण चौबे फुटबॉल महासंघ के इतिहास में पहले फुटबॉलर हैं जो अध्यक्ष पद पर पहुंचे हैं। अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनावों में चौबे ने भारत के दिग्गज पूर्व फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया को 33-1 से एकतरफा अंदाज में शिकस्त दी।
We congratulate Mr. @kalyanchaubey on being elected as the President, Mr. @mlanaharis as the Vice President, and Mr. Kipa Ajay as the Treasurer of the All India Football Federation 🙌🏼#AIFFGeneralBodyElections2022 🗳️ #IndianFootball ⚽ pic.twitter.com/YRwexiUntx
— Indian Football Team (@IndianFootball) September 2, 2022
चुनाव से पहले ही इस बात का अंदाजा लग गया था कि चौबे की जीत एकतरफा होने वाली है। दरअसल भूटिया को नामांकन पत्र दाखिल करवाने के लिए भी उनके राज्य संघ (सिक्किम) के किसी प्रतिनिधि ने रूचि नहीं दिखाई। कोई प्रस्तावक या अनुमोदक तक नहीं बना। भूटिया के नाम का प्रस्ताव आंध्र फुटबॉल संघ ने किया और राजस्थान ने अनुमोदन किया। पूर्व में भी भूटिया ने AIFF अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था लेकिन वो जीत नहीं पाए थे।
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पश्चिम बंगाल भाजपा का जाना-माना चेहरा हैं कल्याण चौबे
एआईएफएफ अध्यक्ष बने कल्याण चौबे (Kalyan Chaubey) पश्चिम बंगाल भाजपा का जाना-माना चेहरा हैं। वो पिछला लोकसभा चुनाव कृष्णानगर सीट से हार गए थे। चौबे कभी भारत की सीनियर फुटबॉल टीम का हिस्सा नहीं रहे लेकिन जूनियर स्तर पर कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद क्लब स्तर पर लंबे समय तक फुटबॉल खेली। चौबे मोहन बागान और ईस्ट बंगाल दोनों के लिए खेल चुके हैं। ईस्ट बंगाल की टीम में तो एक समय भूटिया और चौबे साथ-साथ खेले थे।
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ये रहे AIFF के अन्य पदाधिकारी
कर्नाटक फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष एन ए हारिस, ने राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन के मानवेंद्र सिंह को हराकर AIFF उपाध्यक्ष के एकमात्र पद का चुनाव जीता। हारिस कांग्रेस विधायक के मौजूदा विधायक भी हैं। कोषाध्यक्ष पद के लिए अरुणाचल प्रदेश के किपा अजय ने आंध्र प्रदेश के गोपालकृष्ण कोसाराजू को हराया। कोसरजू और मानवेंद्र ने भूटिया का प्रस्ताव और समर्थन किया था। कार्यकारी समिति के सदस्यों के पदों के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सभी 14 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया।