नई दिल्ली।भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक (Subhash Bhowmick ) का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। अपने करियर में सुभाष ने देश के 2 बड़े फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान का भी प्रतिनिधित्व किया। 1970 से 1985 तक उन्होंने कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनधित्व किया। 1970 में वह एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
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लंबे समय से बीमार चल रहे थे Subhash Bhowmick
उनके पारिवारिक सूत्रों के अनुसार वह लंबे समय से गुर्दे के रोग और मधुमेह से पीड़ित थे और उन्होंने सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली। उन्होंने कहा कि वह पिछले लगभग साढ़े 3 महीने से नियमित रूप से डायलिसिस से गुजर रहे थे। करीब 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी।
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विवादों से घिरा रहा करियर
खेल से संन्यास लेने के बाद Subhash Bhowmick कोचिंग में अपना करियर आगे बढ़ाया। वह पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने। उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल ने 2003 में आसियान कप का खिताब जीता था। उन्हें कोलकाता मैदान का ‘जोस मारिन्हो’ कहा जाता था।
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Subhash ने राजस्थान क्लब से की थी अपने करियर की शुरुआत
Subhash Bhowmick ने 19 साल की उम्र में राजस्थान क्लब से अपने करियर की शुरुआत की। इस राइट विंगर ने ‘ड्रिबलिंग’ ने अपने कौशल के कारण एक दशक तक राष्ट्रीय फुटबॉल में अपना दबदबा बनाये रखा। उन्होंने 1971 में मर्डेका कप में फिलीपींस के खिलाफ हैट्रिक बनाई थी। उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा, क्योंकि 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाये जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।