वाशिंगटन। FIFA Club World Cup : फीफा द्वारा आयोजित पहला विस्तारित क्लब वर्ल्ड कप इस सप्ताहांत से अमेरिका में शुरू होने जा रहा है। टूर्नामेंट में कुल एक अरब डॉलर की इनामी राशि रखी गई है, जो इसे फुटबॉल इतिहास के सबसे महंगे क्लब टूर्नामेंट्स में से एक बनाता है।
हालांकि, FIFA Club World Cup में कुछ ऐसे दिग्गज चेहरे शामिल नहीं होंगे जो आमतौर पर मैदान पर अपनी चमक बिखेरते हैं। ऐसे पांच बड़े खिलाड़ियों के नाम सामने आए हैं जो इस टूर्नामेंट में अमेरिकी स्टेडियमों की रौनक नहीं बढ़ा पाएंगे।
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⭐ टूर्नामेंट में नहीं दिखेंगे ये पांच सितारे
- मोहम्मद सलाह
इंग्लिश प्रीमियर लीग 2024-25 की विजेता लिवरपूल टीम इस साल अमेरिका में होने वाले FIFA Club World Cup 2025 में हिस्सा नहीं ले रही है। इस कारण क्लब के सुपरस्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह टूर्नामेंट से बाहर रहेंगे।
लिवरपूल की गैर मौजूदगी का कारण है टूर्नामेंट की जटिल क्वालिफिकेशन प्रक्रिया, जिसमें स्पेन की बार्सिलोना और इटली की नापोली जैसी बड़ी टीमें भी जगह नहीं बना पाईं। मिस्र के स्टार विंगर मोहम्मद सलाह ने इस सीज़न में प्रीमियर लीग में 29 गोल और 18 असिस्ट के साथ सबसे अधिक गोल इन्वॉल्वमेंट का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
सलाह की अनुपस्थिति सिर्फ लिवरपूल के लिए ही नहीं बल्कि अफ्रीकी फुटबॉल फैंस के लिए भी एक बड़ी कमी होगी। उनके साथ-साथ कप्तान वर्जिल वैन डाइक और अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी टूर्नामेंट में नहीं दिखेंगे, जिससे पेरिस सेंट जर्मेन के खिलाफ एक रोमांचक संभावित रीमैच की उम्मीद भी टूट गई है।
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2. लामिन यमाल (बार्सिलोना)
इस सीज़न में विश्व फुटबॉल में जितना रोमांच बार्सिलोना के 17 वर्षीय स्टार लामिन यमाल ने दिया, उतना शायद ही किसी और खिलाड़ी ने। स्पेन के इस युवा विंगर ने क्लब के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और वे बैलन डी’ओर जीतने की दौड़ में भी गिने जा रहे हैं। यमाल की ड्रिब्लिंग की गति, उनकी रचनात्मकता और दर्शनीय खेल शैली उन्हें इस समय विश्व फुटबॉल का सबसे बड़ा आकर्षण बना रही है।
अक्सर उनकी तुलना बार्सिलोना के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी से की जाती है, लेकिन इस बार स्पेनिश चैंपियंस बार्सिलोना की अनुपस्थिति के कारण यमाल शायद इंटर मियामी से जुड़े मेसी के खिलाफ खेलने का एकमात्र मौका गंवा बैठे हैं।
बार्सिलोना के अन्य बड़े नाम जैसे रफिन्हा, मिडफील्ड मास्टर पेड्री और अनुभवी स्ट्राइकर रॉबर्ट लेवांडोव्स्की की FIFA Club World Cup में अनुपस्थिति भी निश्चित रूप से महसूस की जाएगी।
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3. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (अल नासर)
इस बार अमेरिका में होने वाले टूर्नामेंट में लियोनेल मेसी अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के खिलाफ नहीं खेलेंगे। 40 वर्षीय पुर्तगाली स्ट्राइकर रोनाल्डो ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेलने की संभावना तलाशी थी। यहां तक कि फीफा अध्यक्ष जियानी इंफैंटिनो ने भी संकेत दिया था कि रोनाल्डो सऊदी अरब के क्लब अल नासर से किसी ऐसे क्लब में जा सकते हैं जो इस टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई कर चुका हो। उन्होंने यह भी कहा था कि इसको लेकर “बातचीत” जारी है।
हालांकि, पांच बार के बैलन डी’ओर विजेता रोनाल्डो, जिन्होंने हाल ही में पुर्तगाल के साथ नेशंस लीग खिताब जीता, ने इशारा किया कि वे फिलहाल अल नासर में ही बने रहेंगे। इस बयान से साफ है कि रोनाल्डो अपने क्लब अल नासर के साथ ही बने रहेंगे और FIFA Club World Cup में उनकी झलक देखने को नहीं मिलेगी।
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4. बुकायो साका (आर्सेनल)
इस बार चैंपियंस लीग सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली आर्सेनल भी FIFA Club World Cup से बाहर हो गई है। ट्रॉफी रहित सीज़न के बाद यह टूर्नामेंट उनके लिए एक बड़ा मौका हो सकता था कुछ सिल्वरवेयर जीतने का। इंग्लैंड इंटरनेशनल और आर्सेनल के प्रमुख विंगर बुकायो साका के करियर की बात करें तो उन्हें अब तक (FA कम्युनिटी शील्ड को छोड़ दें) सिर्फ 2020 में एफए कप जीतने का मौका मिला है।
मिकेल अर्टेटा की टीम ने इस सीज़न दिखाया कि वे अब बड़ी टीमों को टक्कर देने की स्थिति में हैं। उन्होंने चैंपियंस लीग में रियल मैड्रिड जैसी दिग्गज टीम को बाहर का रास्ता दिखाया, लेकिन आखिरी पड़ाव में आकर चूक गए। बुकायो साका जैसे खिलाड़ी, जो लगातार छह सीज़न से टॉप लेवल फुटबॉल खेल रहे हैं, उनके लिए यह टूर्नामेंट अपनी मेडल कलेक्शन बढ़ाने का एक बेहतरीन अवसर हो सकता था।
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5. नेयमार (सांतोस)
ब्राज़ीलियाई सुपरस्टार नेमार इस समय चोट से जूझ रहे हैं। सऊदी क्लब अल-हिलाल में संघर्षपूर्ण दौर के बाद उन्होंने जनवरी 2025 में अपने पुराने क्लब सांतोस में वापसी की, ताकि वे अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले खुद को फिट और तैयार कर सकें।
33 वर्षीय नेमार का खेल भले ही उम्र के साथ थोड़ा धीमा पड़ा हो, लेकिन वे अब भी फुटबॉल की दुनिया के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। उनकी गैरमौजूदगी इस टूर्नामेंट के लिए केवल खेल के लिहाज़ से ही नहीं, बल्कि वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी बड़ा नुकसान है।