हैदराबाद में खिलाड़ियों के ट्रेनिंग कैंप पर भी संकट, 10 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड बना सिरदर्द
नई दिल्ली। भारत के शटलर बी साई प्रणीथ ने Thomas & Uber Cup से नाम वापस ले लिया है। अब प्रणीथ डेनमार्क में होने वाले इस टूर्नामेंट के साथ ही डेनमार्क ओपन टूर्नामेंट में भी भाग नहीं लेंगे।
इस बारे में प्रणीथ ने कहा कि 6 सितंबर से उन्होंने अपनी ट्रेनिंग शुरू की थी। लेकिन उन्हें फिटनेस संबंधित समस्याओं से जूझना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि मैं इस बड़े टूर्नामेंट में आधी-अधूरी फिटनेस के साथ शामिल नहीं होना चाहता हूं, इससे चोट गहराने का खतरा रहता है। प्रणीथ फिलहाल वल्र्ड बैडमिंटन रैंकिंग में 13वें स्थान पर हैं।
उन्होंने कहा कि 15 दिन की ट्रेनिंग अपने खेल को उच्चतम स्तर तक ले जाने के लिए काफी नहीं होती है। मैं Thomas & Uber Cup के लिए डेनमार्क जाने के लिए फिट नहीं हूं, तैयारियों के लिए पूरा समय नहीं मिल सका है। ऐसे में अब एशियन इवेंट्स के लिए तैयारी शुरू की जाएगी।
प्रणीथ की अनुपस्थिति में अब किदांबी श्रीकांथ Thomas & Uber Cup में भारतीय टीम को लीड कर सकते हैं। उनके सहयोगी के तौर पर टीम में पी कश्यप, लक्ष्य सेन और शुभांकर डे होंगे।
संकट में ट्रेनिंग कैंप
इसी बीच हैदराबाद में लगने वाले बैडमिंटन खिलाड़ियों के ट्रेनिंग कैंप पर भी संकट खड़ा हो गया है। खिलाड़ियों को मंगलवार तक कैंप में पहुंचना था। Thomas & Uber Cup के लिए खिलाड़ियों का चयन 18 सितंबर से पहले पूरा किया जाना है। कैंप में आने पर खिलाड़ियों को कम से कम 10 दिन तक क्वारैंटाइन रहना होगा। इसमें किसी भी तरह की छूट देने से इनकार कर दिया गया है। ऐसे में अब साई के सामने संकट खड़ा हो गया है कि ऐसा क्या तरीका निकाला जाए कि कोच खिलाड़ियों की फिटनेस और खेल का आंकलन कर सकें।
अगर 10 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद खिलाड़ी कैंप में ट्रेनिंग शुरू करते हैं तो इतना समय ही नहीं होगा कि उनके प्रदर्शन का आकलन किया जा सके। ऐसे में बिना प्रदर्शन देखे ही Thomas & Uber Cup के लिए टीम का चयन करना होगा।