नई दिल्ली। Wrestling: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के विवाद ने अब एक और नया मोड़ ले लिया है। बुधवार 3 जनवरी को बड़ी संख्या में युवा पहलवानों ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। सभी पहलवान दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से बसों में भरकर पहुँचे, जहां उन्होंने हाथों में नारे लिखे हुए बैनर उठाए और तीनों सीनियर रेसलर्स पर कुश्ती को बर्बाद करने के आरोप लगाए। इनमें सबसे ज्यादा पहलवान यूपी से आए।
SA v IND : भारत के आगे साउथ अफ्रीका 55 रनों पर ढेर, सिराज ने झटके 6 विकेट
गौरतलब है कि, हालही में इन तीनों सीनियर पहलवानों ने अपने-अपने अवॉर्ड भारत सरकार को वापिस लौटाए थे। 30 दिसंबर को विनेश फोगाट ने पीएमओ के सामने कर्तव्य पथ पर बैरिकेड्स के पास ही खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड छोड़ दिए थे। वहीं, बजरंग पूनिया अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा चुके हैं। जबकि, साक्षी मलिक ने कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह के चुने जाने पर ही Wrestling से संन्यास का ऐलान कर दिया था।
PAK vs NZ: टी20 सीरीज के लिए न्यूजीलैंड टीम घोषित, कप्तान सहित सीनियर खिलाड़ियों की वापसी
तीनों पहलवानों पर लगाया बड़ा आरोप
दिल्ली के जन्तर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे इन पहलवानों ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट पर बड़े आरोप लगाए हैं। पहलवानों का कहना है कि, “यह तीनों पहलवान कुश्ती महासंघ को अपनी मर्जी अनुसार चलाना चाहते हैं। युवा रेसलर्स का कहना है कि, इन तीनों सीनियर पहलवानों की मनमानी की वजह से हमारा भविष्य खतरे में है। हम सभी को बीते एक साल से ना तो अभ्यास करने के मौके मिल रहे हैं और न ही अच्छी डाइट मिल रही है। हम चाहते है कि, नियुक्त किए गए एड-हॉक पैनल को हटाकर Wrestling Federation के चुनाव दोबारा करवाए जाएं।”
Doping: ऋषभ पंत-ईशान किशन सहित 8 क्रिकेटर नाडा के रडार पर, कुल 169 एथलीट सूची में शामिल
विनेश ने कर्तव्य पथ पर छोड़े थे सभी अवॉर्ड्स
भारत की दिग्गज महिला रेसलर रेसलर विनेश फोगाट 30 दिसंबर को भारत सरकार को खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा चुकी है। विनेश पिछले शनिवार को अपने सभी अवॉर्ड्स को लौटाने के लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिस जा रही थीं। लेकिन, उन्हें दिल्ली पुलिस ने उससे पहले ही रोक दिया। जिसके बाद विनेश ने अपने अवॉर्ड कर्तव्य पथ पर बैरिकेड्स के पास ही छोड़ दिए और उनको हाथ जोड़कर लौट गईं।