टोक्यो। टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) खेलों का आज शाम आगाज होने जा रहा है। ओलंपिक के बाद अब सभी निगाह टोक्यो पैरालंपिक खेलों पर टिकी हैं। पिछली बार रियो पैरालंपिक खेलों में भारत ने दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतकर अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, इस बार उम्मीदें 10 का आंकड़ा पार करने की है। भारत ने इस बार 54 सदस्यीय दल पैरालंपिक खेलों के लिए भेजा है, जो आज तक का सबसे बड़ा दल है। टीम इंडिया के खिलाड़ी कुल 9 खेलों में हिस्सा लेंगे।
Wishing best of luck to the Indian contingent and our champion athletes for @Paralympicindia #Tokyo2020
Its a matter of pride to represent your country , for which you have worked so hard. Give it your best effort and may you achieve glory at the games.#Paralympics#Cheer4India pic.twitter.com/QpQY75KmW4— Karnam Malleswari, OLY (@kmmalleswari) August 24, 2021
टोक्यो गए भारतीय पैरालंपिक दल में 4 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो वर्ल्ड में टॉप रैंकिंग पर हैं। जबकि 6 खिलाड़ियों की विश्व रैंकिंग दूसरी है। इतना ही नहीं खिलाड़ी विश्व रैंकिंग में शीर्ष तीन में शामिल हैं। लिहाजा इन सभी से अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद भारतीय खेल प्रेमी कर रहे हैं।
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Tokyo Paralympics: मरियप्पन बनेंगे भारतीय दल के ध्वजवाहक
आज शाम जापान के राजा नारुहितो Tokyo Paralympics खेलों की शुरुआत की घोषणा करेंगे। कोविड प्रोटोकॉल के कारण उद्घाटन समारोह में भी सिर्फ छह अधिकारियों को हिस्सा लेने की स्वीकृति होगी। भारतीय दल में भी महज पांच खिलाड़ी ही होंगे, जिसमें ध्वजवाहक मरियप्पन भी शामिल हैं। इसके अलावा चक्का फेंक के विनोद कुमार, भाला फेंक के टेकचंद और पावरलिफ्टर जयदीप और सकीना खातून उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे। भारतीय दल ओलंपिक स्टेडियम में प्रवेश करने वाला 17वां दल होगा।
Wishing the Indian #Paralympic contingent all the very best for their #Tokyo2020 quest 🇮🇳
Go for glory 🙌🏽 pic.twitter.com/vDEPslsxX9— Surya Kumar Yadav (@surya_14kumar) August 23, 2021
रियो में जीते थे चार पदक
भारत ने 1972 में पहली बार पैरालंपिक में हिस्सा लिया था और तब से इन खेलों में 12 पदक अपने नाम कर चुका है। अगर भारत उम्मीद के मुताबिक सफलता हासिल करता है तो इस बार पदक तालिका में शीर्ष 25 में जगह बना सकता है। भारत 2016 रियो पैरालंपिक में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ 43वें स्थान पर रहा था। भारत का 54 सदस्यीय दल अब तक का देश का सबसे बड़ा दल है।
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देवेंद्र झाझरिया लगा सकते हैं गोल्डन हैट्रिक
बचपन में करंट लगने के कारण अपना बायां हाथ गंवाने वाले झझारिया 40 साल की उम्र में Tokyo Paralympics में स्वर्ण पदक की हैट्रिक के मजबूत दावेदार हैं। वह एफ-46 वर्ग में 2004 एथेंस और 2016 रियो डि जेनेरियो में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं और मौजूदा विश्व रिकॉर्ड धारक हैं। विश्व चैंपियन संदीप चौधरी (एफ-64 भालाफेंक) 24 सदस्यीय पैरा एथलेटिक्स टीम में स्वर्ण पदक के तीसरे दावेदार हैं। वह दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और विश्व रिकॉर्ड धारक हैं। पदक के अन्य दावेदार गत विश्व चैंपियन सुंदर सिंह गुर्जर और अजीत सिंह (दोनों एफ-46) तथा नवदीप सिंह (एफ-41) हैं। ये तीनों भालाफेंक के खिलाड़ी हैं।
Best wishes to the 🇮🇳 contingent competing at the #Paralympics
We are all cheering for you. #Praise4Para #Tokyo2020 pic.twitter.com/Z2zPOsN42Z
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) August 23, 2021
थंगावेलू : फिर स्वर्ण जीतने की तैयारी
पांच बरस की उम्र में घुटने से नीचे का पैर बस से कुचले जाने के बाद स्थायी रूप से दिव्यांग हुए मरियप्पन एक अन्य भारतीय पैरा खिलाड़ी हैं जो 2016 में टी-63 ऊंची कूद में जीते स्वर्ण पदक का बचाव करने उतरेंगे। वह अभी दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हैं।
बैडमिंटन में एक से अधिक पदकों की उम्मीद
बैडमिंटन Tokyo Paralympics में पदार्पण करेगा और इसमें भारत की पदक जीतने की अच्छी संभावनाएं हैं। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और कई बार के विश्व चैंपियन प्रमोद भगत पुरुष एसएल 3 वर्ग में स्वर्ण पदक के मजबूत दावेदार हैं। दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी कृष्णा नागर (एसएच 6) के अलावा सुहास एलवाई और तरुण ढिल्लों (एसएल 4) से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। महिला वर्ग में दो बार की पूर्व विश्व चैंपियन पारूल परमार और युवा पलक कोहली (एसएल 3-एसयू 5) से महिला वर्ग में पदक की उम्मीद है।
निशानेबाज-तीरदांजों से भी काफी उम्मीदें
भारत को अपने निशानेबाजों और तीरंदाजों से भी Tokyo Paralympics में पदक की उम्मीद है। तीरंदाजी में भारत की ओर से राकेश कुमार और श्याम सुंदर (कंपाउंड), विवेक चिकारा और हरविंदर सिंह (रिकर्व) और महिला तीरंदाज ज्योति बालियान (कंपाउंड व्यक्तिगत और मिश्रित स्पर्धा) चुनौती पेश करेंगे। इसके अलावा भारतीय खिलाड़ी पैरा कैनोइंग, पैरा तैराकी, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा टेबल टेनिस और पैरा ताइक्वांडो में भी हिस्सा लेंगे। भारत को तीरंदाजी में इन खेलों का पहला पदक मिल सकता है।