नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) का समापन हो चुका है। यदि इस बार के ओलंपिक खेलों में भारत के प्रदर्शन का विश्लेषण किया जाए तो स्पष्ट है कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन अब तक के ओलंपिक खेलों से सर्वश्रेष्ठ रहा है। क्योंकि इस बार भारत सात पदक अपने नाम करने में सफल रहा है लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनसे पदक की उम्मीद थी और उन्होंने निराश किया है। यदि ये खिलाड़ी भी पदक जीतने में कामयाब होते तो भारत की तस्वीर कुछ ओर ही होती।
IPL 2021: दूसरे चरण में स्टेडियम में मैच देखने वाले दर्शकों को होगा फायदा!!
मनु भाकर से थी पदक की उम्मीद
भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने महज 19 साल की उम्र में इस बार Tokyo Olympics में भाग लिया था लेकिन वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को टोक्यो ओलिंपिक में उतार नहीं सकीं। 10 मीटर एयर पिस्टल में विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी मनु भाकर से उम्मीद थी कि वे देश को पदक दिलाएं, लेकिन पहले 10 मीटर एयर पिस्टल और फिर 25 मीटर एयर पिस्टल की व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में 12वें और 15वें स्थान पर रहीं और फिर10 मीटर में ही मिक्स्ड टीम में सौरभ के साथ वे क्वालीफिकेशन राउंड को टॉप करने में सक्षम रहीं, लेकिन स्टेज 2 पर उनका खराब प्रदर्शन रहा, जिसके कारण उनको स्पर्धा से बाहर होना पड़ा।
Olympic: जिस जेवेलिन ने दिलाया भारत को गोल्ड, जानिए उसके बारे में
4-1 से हारकर अमित पंघाल ने चौंकाया
मौजूदा एशियाई खेलों के चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुके भारत के मुक्केबाज अमिल पंघाल ने भी टोक्यो ओलंपिक में निराश किया। उन्होंने कोलंबिया के मार्टिनेज के खिलाफ अपना पहला दौर (16 का दौर) गंवा दिया, जो सभी भारतीयों के लिए एक चौंकाने वाला था। स्वर्ण पदक की संभावना वाले अमित पंघाल से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन अगले दो हाफ में 4-1 से हार झेलकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
Olympic में बेटियों का कमाल, पहली बार हैट्रिक लगाकर मचाया धमाल
उम्मीद पर खरे नहीं उतरे विकास कृष्ण यादव
मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडल विजेता विकास कृष्ण यादव Tokyo Olympics में पदक जीतने के दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन ये मुक्केबाज अपने पहले दौर में 5-0 के अंतर से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया।
अपूर्वी और एलावेनिल ने प्रंशसकों को दिया झटका
एलावेनिल वलारिवन (टोक्यो में विश्व नंबर 1) और विश्व रिकॉर्ड धारक अपूर्वी चंदेला अपने हालिया प्रदर्शन के कारण पदक के प्रमुख दावेदार थे, लेकिन निशानेबाजी दल ने टोक्यो में सभी भारतीय उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ये दोनों निशानेबाज भी सटीक निशाना नहीं लगा सके। एयर राइफल स्पर्धा में इलावेनिल 16वें स्थान पर रहीं, जबकि चंदेला ने क्रमशः 626.5 और 621.9 के स्कोर के साथ 36वां स्थान हासिल किया। उनकी असफलता ने सभी प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका दिया है।
गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार थी फोगाट
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को भी कुश्ती में Tokyo Olympics में अपने भार वर्ग में गोल्ड मेडल विजेता माना जा रहा था। क्योंकि टोक्यो में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आने से पहले 4 स्पर्धाओं में 4 गोल्ड मेडल जीते थे। इसी वजह से विनेश फोगाट के मेडल जीतने की संभावना अधिक थी। विनेश चोट से उबरकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहीं, लेकिन क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की कलादज़िंस्काया से 0-5 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।
यशस्विनी ने देश को किया निराश
10 मीटर एयर पिस्टल में महिलाओं में नंबर 1 रैंक यशस्विनी देसवाल ने भी देशवासियों को हताश किया। देसवाल से Tokyo Olympics में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद थी, लेकिन वह क्वालीफाई राउंड में 13वीं रैंक हासिल कर पाईं और क्वालीफिकेशन में विफल रही।