टोक्यो। 8 बार की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट भारतीय पुरूष Hockey टीम 41 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। ऐसे में अब खेलप्रेमियों के मन में यही उम्मीद जग रही है कि भारतीय टीम पोडियम पर पदक हांसिल करे। वो 1980 का साल था जबकि भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार ओलंपिक पदक हांसिल किया था। उसके बाद से हर बार खेल के स्तर में गिरावट ही आती गई। लेकिन खराब समय बीता है और टोक्यो ओलंपिक में भारत ने ऑस्टेलिया को छोड़ दिया जाए, तो सभी टीमों पर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। ऐसे में अब उनसे सेमीफाइनल में भी बेल्जियम के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
#ChakDeIndia ….Congratulations #TeamIndia What a stunning performance by our Men’s #hockey team @thehockeyindia , defeating #GBR 3-1 in the quarterfinals at #Tokyo2020 . My SandArt at Puri beach in Odisha.
Best wishes for the semis. #Cheer4Indiia pic.twitter.com/ShPgjrT8y9— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) August 1, 2021
भारतीय Hockey टीम इस समय शानदार फार्म में है। मनप्रीत सिंह, रूपेंद्र पाल सिंह, गुरजंट सिंह जबर्दस्त खेल रहे हैं। टीम के मिडफील्डर और खासकर डिफेंडर भी शानदार खेल दिखा रहे हैं। टीम के डिफेंस को बेल्जियम से सतर्क रहना होगा। बेल्जियम इस ओलंपिक में अभी तक 29 गोल कर चुका है। ऐसे में साफ है कि उसके फारवर्ड्स बेहद खतरनाक खेल रहे हैं। अगर भारत के डिफेंडर्स ने साथ दिया तो भारत फाइनल में खेलने का हकदार भी है।
अद्भुत, अद्वितीय और अविश्सनीय 😍
India are through to the semis. 🔥
🇮🇳 3:1 🇬🇧#INDvGBR #IndiaKaGame #HaiTayyar #Tokyo2020 #TeamIndia #TokyoTogether #StrongerTogether #HockeyInvites #WeAreTeamIndia #Hockey pic.twitter.com/l802EiWYvE
— Hockey India (@TheHockeyIndia) August 1, 2021
बेल्जियम के खिलाफ आंकड़े भारत के पक्ष में
अगर भारत और बेल्जियम के बीच खेले गए मुकाबलों की बात करें तो आंकड़े भारत के पक्ष में गवाही दे रहे हैं। 2019 से भारतीय टीम बेल्जियम से 3 बार भिड़ चुकी है और तीनों ही बार भारत को जीत मिली है। इनमें से एक मैच में तो भारत ने बेल्जियम को 5-1 से मात दी थी। वहीं अगर दोनों Hockey टीमों के बीच खेले गए पिछले 5 मैचों की बात की जाए तो भारत ने इनमें से 4 मैचों में जीत दर्ज की है। हालांकि ओलंपिक में जब पिछली बार भारत-बेल्जियम आमने-सामने हुई थीं तो भारत को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा था।
Tokyo Olympics: ऐसा रहेगा भारत का 11वें दिन का पूरा शेड्यूल
आखिरी बार 1980 में मिला पदक
भारत ने आखिरी बार 1980 में ओलंपिक पदक मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मैडल के रूप में जीता था। हालांकि उस समय यूरोपीय देशों की टीमों ने ओलंपिक का बहिष्कार किया था और सिर्फ 6 टीमें खेल रही थीं। ऐसे में इवेंट राउंड रोबिन आधार पर खेला गया और शीर्ष पर पहुंची दो टीमों को फाइनल में जगह मिली। वासुदेवन भारस्कर की कप्तानी में Hockey टीम ने तब गोल्ड जीता। इसके बाद से भारतीय टीम के खेल का स्तर खराब होता गया। 1984 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक में भारत पांचवे स्थान पर रहा और यह बीते 41 सालों में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था। 2008 के बीजिंग ओलंपिक के लिए तो भारत क्वालिफाई ही नहीं कर सका। और 2016 के रियो ओलंपिक में आखिरी स्थान पर रहा था।