नई दिल्ली। भारतीय पुरूष हॉकी टीम के अनुभवी स्ट्राइकर एसवी सुनील (SV SUNIL ) ने शुक्रवार को इंटरनेशनल हॉकी से संन्यास ले लिया। वे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेलते नजर नहीं आएंगे। इसी महीने से शुरू हो रहे नेशनल कैंप से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है और इसी के साथ उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही 14 वर्ष के उनके सुनहरे करियर पर भी विराम लग गया। इससे एक दिन पहले ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह और डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा ने संन्यास की घोषणा की थी।
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SV SUNIL ने 72 गोल दागे
अर्जुन अवार्ड अपने नाम कर चुके SV SUNIL को आज भी इस बात का अफसोस है कि वे टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए भारतीय हॉकी टीम में जगह नहीं बना सके। 2007 से लेकर अब तक उन्होंने 264 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें 72 गोल उन्होंने दागे हैं।
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14 साल के करियर पर लगा विराम
SV SUNIL ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए एक पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है, “मेरा शरीर कहता है कि मैं इसे अभी भी कर सकता हूं, मेरा दिल कहता है कि इसके लिए जाओ, लेकिन मेरा मन कहता है कि ब्रेक लेने का समय आ गया है। पहली बार भारतीय जर्सी पहनने के 14 साल से अधिक समय के बाद, मैंने अगले सप्ताह शुरू होने वाले राष्ट्रीय शिविर के लिए खुद को अनुपलब्ध रखने का फैसला किया है।”
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सही फैसला लिया
SV SUNIL ने लिखा है, “मैं अपने सहित सभी से झूठ बोलूंगा, यदि मैं कहूं कि मैं खुश हूं यार। मैंने हमेशा ओलंपिक में अपनी टीम को पोडियम तक पहुंचाने में मदद करने का सपना देखा था और यह आखिरी पड़ाव होगा। दुर्भाग्य से यह नहीं हो सका। मेरे साथियों का कांस्य पदक जीतना एक विशेष अनुभूति है, वास्तव में महाकाव्य, भले ही यह व्यक्तिगत रूप से कुछ दुख से भरा हो, लेकिन मुझे पता है, यह सही फैसला है।”
SV SUNIL ने दो ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया
SV SUNILने ये भी कहा है कि वे हॉकी इंडिया के लिए हर समय हर भूमिका में खड़े हैं। उन्होंने कहा, “मैं खेल के छोटे प्रारूप में खेलने के लिए उपलब्ध रहूंगा और भारतीय हॉकी के साथ किसी भी क्षमता में शामिल रहूंगा, जो हॉकी इंडिया मुझसे चाहता है। मैंने पिछले 14 सालों में पिच के अंदर और बाहर काफी कुछ देखा है। मैंने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यक्तिगत त्रासदियों, करियर के लिए खतरनाक चोटों और अन्य असफलताओं का सामना किया है। मुझे 2014 के एशियाई खेलों का स्वर्णिम पल के साथ याद है, यह हम में से कई लोगों के लिए निर्णायक मोड़ था और मैं आभारी हूं कि मैंने 2012 में लंदन में और 2016 में रियो में दो ओलंपिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया।”
SV SUNIL ने हॉकी को दिया धन्यवाद
उन्होंने हॉकी इंडिया को धन्यवाद कहते हुए आखिरी शब्दों में लिखा, “हॉकी इंडिया, मेरे साथियों और कोचों, सहयोगी मित्रों, बीपीसीएल और मेरे प्यारे परिवार, विशेषकर मेरी पत्नी निशा को उनके बिना शर्त समर्थन के लिए मेरा हार्दिक आभार। अंत में, मीडिया को मेरा धन्यवाद।” 32 साल के एसवी सुनील एशियन गेम्स, एशिया कप और एशियन चैंपियंस ट्राफी में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं।