जेटली की प्रतिमा लगाए जाने पर नाराज़ हुए Bishan Singh Bedi
नई दिल्ली। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में देहली डिस्टिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली की प्रतिमा लगाए जाने से टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर Bishan Singh Bedi भड़क गए हैं। बेदी इस बात से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने डीडीसीए की सदस्या से ही त्यागपत्र देने का ऐलान कर दिया है। साथ ही उन्होंने डीडीसीए के वर्तमान अध्यक्ष और अरुण जेटली के पुत्र रोहन जेटली को पत्र लिखकर स्टेडियम के स्टैंड से अपना नाम भी हटाने की मांग की है। वर्ष 2017 में कोटला के एक स्टैंड का नाम बेदी के सम्मान में Bishan Singh Bedi स्टैंड किया गया था।
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अरुण जेटली 14 साल तक रहे DDCA अध्यक्ष
2019 में बीमारी की वजह से अरुण जेटली का स्वर्गवास हो गया था। जेटली पूर्व में भाजपा के नेता थे और साथ ही केंद्रीय मंत्री भी रह चुके थे। पिछले साल जेटली की मृत्यु के बाद स्टेडियम नाम बदलकर उनके सम्मान के लिए अरुण जेटली स्टेडियम रख दिया था। इसके साथ ही अरूण जेटली की एक 6 फुट ऊंची प्रतिमा स्टेडियम में लगाने का आदेश दिया था। जेटली 1999 से लेकर 2013 तक DDCA के अध्यक्ष रहे थे। DDCA के अध्यक्ष पद से पत्रकार रजत शर्मा के इस्तीफा देने के बाद अरुण जेटली के पुत्र रोहन जेटली को निर्विरोध DDCA का अध्यक्ष चुना गया था।
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जो DDCA में चल रहा उससे भयभीत हुआ हूं
अपने एक पत्र में Bishan Singh Bedi ने लिखा है- मुझे इस पर गर्व है कि में एक धैर्यवान और सहनशील व्यक्ति हूं। लेकिन, DDCA में जो कुछ भी चल रहा है, मैं उससे भयभीत हुआ हूं और ये कदम मैं मजबूरी में उठा रहा हूं। आपसे मेरा निवेदन है कि मेरे नाम के स्टैंड को तुरंत प्रभाव से हटा दिया जाए और मेरी सदस्यता समाप्त कर दी जाए।
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बहुत सोच समझकर लिया फैसला: Bishan Singh Bedi
अपने पत्र में Bishan Singh Bedi ने लिखा कि मैने यह फैसला बहुत सोच समझकर लिया है। सम्मान के साथ सभी दायित्व भी बढ़ जाते हैं । मुझे ऐसा नहीं लग रहा है कि मुझे दिए गए सम्मान की अवहेलना की जा रही है। लेकिन, मैं उन्हें अपना आभार व्यक्त करता हूं कि जिन्होंने मेरे खेलने के समय मुझे सम्मान दिया था। मैं उन लोगों को दिखाना चाहता हूं कि रिटायरमेंट के 40 साल बाद भी मेरे अंदर की वैल्यू बची हुई हैं। इसीलिए में यह सम्मान वापस कर रहा हूं।