नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग में फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेलने वाले ऑलराउंडर आंद्रे रसेल (Andre Russell) ने अपना दर्द साझा किया है। साल 2017 में उनके उपर सवाल उठाए गए और प्रतिबंध लगाया गया इसके बारे में खुलकर बात की। बताया कि कैसे उनको करियर के टॉप फॉर्म में रहते हुए मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
रसेल ने कहा, “साल 2017 मेरे करियर का सबसे ज्याद बुरा रहा। आपको पता है कि जब मैं अपने खेल में सबसे बेहतरीन दौर में था और गेंद को पूरे करियर में सबसे अच्छी तरह से मारने में सक्षम था। लोग एक ही चीज को साबित करने के पीछे लगे थे क्योंकि मैं किसी से कुछ भी नहीं छुपा रहा था।”
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Andre Russell आगे बोले, “मैं जहां भी खेल रहा था वहीं मुझे टेस्ट कराना पड़ रहा था, क्योंकि मैं 100 मीटर का छक्का लगा रहा था और 140 की रफ्तार के करीब गेंदबाजी करने में कामयाब था। लोगों ने सवाल करना शूरु कर दिया कहीं मैं नशा तो नहीं कर रहा। मुझे हर एक चीज का पता चल चुका था खासकर ड्रग टेस्ट को लेकर। मुझे हर चीज का पता था कि कैसे इसे रिलीज करना है और इसका लेबल कैसे हटाना है। किसी को भी मुझे कुछ बताने की जरूरत नहीं थी।”
कोर्ट के मामलों के बारे में बात करते हुए Andre Russell ने कहा, “उन्होंने मुझे चोट पहुंचा, काफी ज्यादा चोट पहुंचाई, यह पागलपन जैसा था। वो दोबारा इसको लेकर गए, और दो साल तक अपील करते रहे। इसके बाद सरकार और दूसरे लोग भी इसमें शामिल हो गए। लोग कह रहे थे कि वह मुझसे मिले हैं और मेरे साथ बात की है जबकि मैं तो उनको पहली बार ही देख रहा था।”
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“ये दुनिया बहुत ही ज्यादा अजीब है जिसमें हम रहते हैं क्योंकि जब एक इंसान आपसे सामने धार्मिक किताब लेकर आता है और मुझे कसम खाने की कहा जाता है, मैं इसे मान लेता हूं, क्योंकि मैं अपनी धार्मिक किताब को मानता हूं और इसकी कसम खाने के बाद कोई भी मर्द या औरत झूठ नहीं बोलेगा।”