नई दिल्ली। Virat Kohli : क्या भारत के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह का करियर विराट कोहली के कारण खत्म हुआ? टीम इंडिया के ही एक पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने तो कुछ ऐसा ही दावा किया है। एक चैनल के शो में उथप्पा ने विराट के बारे में ये सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा, ’कैंसर से उबरने के बाद युवराज ने फिटनेस से कुछ छूट की मांग की थी, लेकिन इसे तत्कालीन भारतीय कप्तान Virat Kohli ने ठुकरा दिया था।’
Robin Uthappa – “Virat Kohli forced Yuvraj Singh to retire. Yuvraj having just beaten cancer requested a reduction of two points but the egoistic Kohli denied the request. Yuvraj was not treated fairly by Kohli and his management.” pic.twitter.com/8vEFsqiR2i
— 𝐉𝐨𝐝 𝐈𝐧𝐬𝐚𝐧𝐞 (@jod_insane) January 10, 2025
गौरतलब है कि युवराज भारत के सीमित ओवरों के दिग्गज ऑलराउंडर रहे हैं और 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब Team India को जिताने में उनका सबसे अधिक योगदान था। वर्ल्ड कप के बाद युवराज को कैंसर का पता चला। जिसका उन्होंने अमेरिका में इलाज कराया था। युवराज ने कैंसर से उबरकर भारतीय टीम में वापसी की थी और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच में शतक भी लगाया। लेकिन इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में उनका प्रदर्शन खराब रहा और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इस पर उन्होंने 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
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दो वर्ल्ड कप जिताने में युवराज की अहम भूमिका
उथप्पा ने कहा, ’युवराज सिंह का उदाहरण लें। उस व्यक्ति ने कैंसर को हरा दिया और वह अंतरराष्ट्रीय टीम में वापस आने की कोशिश कर रहा था। उस व्यक्ति ने हमें दो बार विश्व चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। जब आप कप्तान बनते हैं तब ऐसे खिलाड़ी के लिए कहते हैं कि उसके फेफड़ों की क्षमता कम हो गई है, जबकि आपने उस खिलाड़ी को संघर्ष करते हुए देखा है। मुझे किसी ने इस बारे में नहीं बताया लेकिन मैं चीजों का आकलन करता हूं।’
Robin Uthappa,, ”Yuvraj Singh retired coz of Virat Kohli. He wasn’t supported after he came back in the team beating cancer.”
– Bhai Robin Thodi To Sharm Kar Bha%We.🤡 pic.twitter.com/6xVHrmCA6B
— 𝐈 𝐒how 𝐂ricket 🏏🇮🇳 (@IShoCricket24X7) January 10, 2025
सिर्फ एक टूर्नामेंट के आधार पर किया टीम से बाहर
उथप्पा ने कहा, ’आपने उन्हें संघर्ष करते हुए देखा है, फिर जब आप कप्तान बनते हैं तो फिर आप कुछ मानक तय करके उनका स्तर बनाए रखना चाहते हैं। लेकिन हर मामले में कुछ अपवाद होते हैं और यहां उस व्यक्ति की बात हो रही है जो अपवाद होने का हकदार था। उस व्यक्ति ने केवल आपके लिए टूर्नामेंट जीते हैं बल्कि कैंसर को भी हराया है। जब युवी ने दो अंक की कटौती के लिए अनुरोध किया, तो उन्हें यह नहीं मिला। वह फिटनेस टेस्ट पास करके टीम में आए थे लेकिन एक टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया और फिर उनकी तरफ कभी गौर नहीं किया गया। Virat Kohli तब कप्तान थे जो कुछ हुआ उनके अनुसार हुआ।’
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सब कुछ अपने हिसाब से चाहते थे Virat Kohli
उथप्पा ने कोहली की कप्तानी के बारे में कहा, ’मैं Virat Kohli की कप्तानी में बहुत अधिक नहीं खेला हूं लेकिन एक कप्तान के रूप में वह चाहते थे कि सब कुछ उनकी मर्जी के अनुसार होना हो और वह इसी तरह के कप्तान थे। यह केवल परिणाम से नहीं जुड़ा है बल्कि यह अपनी टीम और साथियों के साथ व्यवहार से भी जुड़ा है।’