दुबई। IND vs PAK: एशिया कप की चैंपियन टीम इंडिया बनी, लेकिन #भारतीय टीम को ट्रॉफी नहीं मिली। क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब चैंपियन टीम को ट्रॉफी से वंचित रखा गया। ये सब #पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियन क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन, जो पाकिस्तान के मंत्री भी हैं, उनके ईगो की वजह से हुआ। हालांकि, ट्रॉफी की परवाह भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव को नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि उनके बाकी 14 साथी उनके लिए सबसे बड़ी ट्रॉफी हैं। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एआई वाली ट्रॉफी के साथ फोटो शेयर की।
When the game is done, only the champions will be remembered and not the picture of a 🏆 pic.twitter.com/0MbnoYABE3
— Surya Kumar Yadav (@surya_14kumar) September 28, 2025
मोहसीन नकवी से ट्रॉफी लेने से किया था इंकार
दो सप्ताह के अंतराल में IND vs PAK में तीसरी बार पाक को हराकर #एशिया कप जीतने के बाद #सूर्यकुमार और टीम ने #एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष #मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। #नकवी #पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख भी हैं और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह अपने देश के आंतरिक मंत्री हैं, जो अपने भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं।
चूंकि, भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी नहीं ली थी, इसलिए रविवार रात को नकवी के मंच से उठकर ट्रॉफी अपने साथ ले जाने के साथ ही पुरस्कार वितरण समारोह खत्म हो गया। इस पर #सूर्यकुमार यादव से पूछा कि महाद्वीपीय टूर्नामेंट में सात मैच जीतने के बाद सबसे बड़ा पुरस्कार यानी ट्रॉफी न मिलने पर कैसा महसूस हो रहा है? इस पर उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि जब से मैंने क्रिकेट खेलना और उसका अनुसरण करना शुरू किया है, तब से मैंने कभी नहीं देखा कि एक चैंपियन टीम को ट्रॉफी से वंचित कर दिया जाए।’
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बोले सूर्या-इस जीत को याद रखा जाएगा ट्रॉफी को नहीं
IND vs PAK मैच के बाद #भारतीय कप्तान ने अपनी निराशा को मुस्कान के पीछे छिपाने की कोशिश करते हुए कहा, ‘हम 4 सितंबर से यहां थे, हमने आज एक मैच खेला। दो दिनों में लगातार दो अच्छे मैच खेले। मुझे लगता है कि हम इसके हकदार थे। और मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। मुझे लगता है कि मैंने इसे बहुत अच्छी तरह से व्यक्त कर दिया है।’ कप्तान ने आगे कहा, ‘अगर आप मुझसे ट्रॉफी के बारे में पूछोगे तो मेरी ट्रॉफियां मेरे ड्रेसिंग रूम में रखी हैं। मेरे साथ सभी 14 खिलाड़ी। पूरा सपोर्ट स्टाफ। यही असली ट्रॉफियां हैं। ये असली पल हैं, जिन्हें मैं प्यारी यादों के रूप में अपने साथ ले जा रहा हूं जो आगे भी हमेशा मेरे साथ रहेंगी। बस इतना ही।’