बर्मिंघम। CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत अब तक 9 मैडल जीत चुका है। इसके अलावा कुछ मैडल पक्के हो चुके हैं क्योंकि भारतीय टीम ने कई खेलों के फाइनल में जगह बना ली है। लेकिन इन सबके बीच जिस एक खेल की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, वो है लॉन बॉल्स। भारतीय महिला टीम ने लॉन बॉल्स के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है। यह पहला मौका होगा, जबकि भारत को इस खेल में पदक मिलेगा। हालांकि महिला टीम की खिलाड़ी इस शानदार सफर का श्रेय बाकी सब से ज्यादा भोले बाबा को दे रही हैं।
🇮🇳 Creates History at @birminghamcg22 🔥
India’s #LawnBowl Women’s Four team creates history by becoming the 1st Indian Team to reach the Finals of #CommonwealthGames
India 🇮🇳 16- 13 🇳🇿 New Zealand (SF)
They will now take on South Africa in the Finals on 2nd Aug#Cheer4India pic.twitter.com/tu64FSoi8R
— SAI Media (@Media_SAI) August 1, 2022
कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। भारत ने न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम को 16-13 से हराया। भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया। मैच में जीत मिले इसके लिए कुछ खिलाड़ियों ने तो सावन के सोमवार व्रत भी रखा था और भोले बाबा से जीत का आशीर्वाद मांगा था। मैच के बाद खिलाड़ियों ने कहा कि भोले बाबा की कृपा से ही हम फाइनल में पहुंचने में सफल रहे।
चौथी बार लॉन बॉल्स में उतरी टीम इंडिया
भारतीय टीम चौथी बार लॉन बॉल्स खेलों में भाग ले रही है। पहली बार टीम ने 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में टीम इंडिया ने इस खेल में हिस्सा लिया था। तब उसने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन पदक नहीं मिल सका था।
IND vs WI: रोमांचक संघर्ष में इंडीज से 5 विकेट से हारा भारत, सीरीज 1-1 से बराबरी पर
ना तो कोच मिला और ना सरकारी सहायता
महिला टीम की खिलाड़ियों को इस बात का दुख है कि पिछले 3 कॉमनवेल्थ गेम्स में असफलता के बाद इस बार तो उन्हें सरकार से भी कोई मदद नहीं मिली। बर्मिंघम CWG 2022 की तैयारी लॉन बॉल्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से महज 5 महीने पहले ही यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शुरू हो पाई थी। इस कॉम्प्लेक्स को 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान लॉन बॉल्स के लिए ही तैयार किया गया था। तब ऑस्ट्रेलियाई कोच ने एक साल का प्रशिक्षण दिया था। लेकिन उसके बाद से भारतीय टीम को कोई कोच उपलब्ध नहीं हो सका है। खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए बिना कोच के ही प्रैक्टिस की।
CWG 2022 Judo: जूडो में भारत को दो पदक, सुशीला ने सिल्वर, विजय ने जीता ब्रॉन्ज
जीत का मंत्र
टीम के खिलाड़ियों ने बताया कि इस बार सभी ने यह तय किया था कि कुछ भी हो जाए मैडल लेकर ही वापस जाएंगे। इसी कारण CWG 2022 सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के सामने पिछड़ने के बाद भी हमने वापसी की और फाइनल में जगह बनाई। गौरतलब है कि भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया है। न्यूजीलैंड की टीम ने अब तक इस खेल में 40 मेडल अपने नाम किए हैं। वह दुनिया की टॉप-5 टीमों में शामिल है। सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम एक समय 0-5 से पीछे चल रही थी।