ओलंपिक मेडल विजेता साक्षी मलिक ने सूची से बाहर रखने पर जताई नाराजगी
पीएम-खेल मंत्री को ट्वीट कर जताई नाराजगी
नई दिल्ली। National Sports Awards के विजेताओं के नाम आने के बाद इससे वंचित कई खिलाड़ियों की नाराजगी भी सामने आ रही है। अब इस सूची में ताजा नाम जुड़ा है ओलंपिक मेडल विजेता रेसलर Sakshi Malik का। Sakshi Malik ने खुद का नाम अर्जुन अर्वाड विजेताओं की सूची से बाहर रखने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने बकायदा इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री किरण रिजिजू को ट्वीट भी किया है।
गौरतलब है कि खेल मंत्रालय ने अर्जुन अवार्ड विजेेताओं की सूची से Sakshi Malik और मीराबाई चानू का नाम हटा दिया था। इसके पीछे तर्क यह दिया गया कि इन दोनों ही खिलाड़ियों को पहले ही देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न दिया जा चुका है। Sakshi Malik को 2016 में रियो आंलंपिक में कांस्य पदक जीतने और मीराबाई को 2018 मे विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिए खेल रत्न दिया गया था।ऐसे में अर्जुन अवाॅर्ड का औचित्य नहीं बनता।
माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी ओर माननीय खेल मंत्री @KirenRijiju जी । pic.twitter.com/YF1hQuJfPi
— Sakshi Malik (@SakshiMalik) August 22, 2020
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अब अपना नाम अर्जुन अवाॅर्ड सूची से हटाए जाने पर Sakshi Malik नाराज हैं। उन्होंने ट्विटर पर नाराजगी जताते हुए लिखा, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय खेल मंत्री किरण रिजिजू जी, मुझे खेल रत्न से सम्मानित किया गया है। मुझे इस बात का गर्व है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह सारे पुरस्कार अपने नाम करे। खिलाड़ी इसके लिए अपनी जान की बाजी लगाते हैं।
ऐसा क्या करूं कि मिले अर्जुन अवॉर्ड: Sakshi Malik
अपने ट्वीट में Sakshi Malik ने आगे लिखा, मेरा भी सपना है कि मेरे नाम के आगे अर्जुन पुरस्कार विजेता लगे। मैं ऐसा और कौन-सा पद्म देश के लिए लेकर आऊं कि मुझे अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाए या इस पुरस्कार को जीतने का सौभाग्य ही नहीं मिलेगा?
खेल मंत्रालय की प्रतिक्रिया नहीं
हालांकि Sakshi Malik के ट्वीट पर अभी तक खेल मंत्रालय की अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि साक्षी सर्वोच्च खेल पदकधारी हैं। ऐसे में उन्हें उस श्रेणी से नीचे का पुरस्कार दिया जाना उचित नहीं है और उन्हें इसके लिए नाराजगी भी नहीं जतानी चाहिए।
इन्हें मिला है इस वर्ष का अर्जुन पुरस्कार
अतनु दास (तीरंदाजी), दुती चंद (ऐथलेटिक्स), सात्विक साईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन), चिराग चंद्रशेखर शेट्टी (बैडमिंटन), विशेष भृगुवंशी (बास्केटबॉल), सूबेदार मनीष कौशिक (मुक्केबाजी), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), इशांत शर्मा (क्रिकेट) दीप्ति शर्मा (क्रिकेट), सावंत अजय अनंत (अश्वारोही), संदेश झिंगन (फुटबॉल), अदिति अशोक (गोल्फ), आकाशदीप सिंह (हॉकी), दीपिका (हॉकी), दीपक हुड्डा (कबड्डी), काले सारिका सुधाकर (खो खो), दत्तू बबन भोकानल (रोइंग), मनु भाकर (निशानेबाजी), सौरभ चैधरी (निशानेबाजी), मधुरिका सुहास पाटकर (टेबल टेनिस), दिविज शरण (टेनिस), शिवा केशवन (शीतकालीन खेल), दिव्या काकरान (कुश्ती), राहुल अवारे (कुश्ती), सुयश नारायण जाधव (पैरा स्विमिंग), संदीप (पैरा ऐथलेटिक्स), मनीष नरवाल (पैरा निशानेबाजी)।