Cristiano Ronaldo के आर्मबैंड की राशि एक बच्चे के इलाज में काम आएगी
नई दिल्ली। पिछले सप्ताह सर्बिया और पुर्तागाल के बीच फीफा वर्ल्ड कप क्वाली फायर मुकाबला खेला गया था। इस मैच के दौरान पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo ) गुस्सा हो गए थे। वे अपने कप्तान आर्मबैंड को मैदान पर फेंककर चले गए थे। उनके द्वारा मैदान पर फेंके गए आर्मबैंड की नीलामी की गई। इससे करीब 55 लाख रुपए की राशि मिली है। यह राशि अब छह माह के बच्चे की सर्जरी पर खर्च की जाएगी।
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इसलिए मैदान पर फेंका था Cristiano Ronaldo ने आर्मबैंड
पिछले दिनों सर्बिया और पुर्तगाल के बीच फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर मुकाबला खेला गया था। उस दौरान खेल के अंतिम मिनट में रोनाल्डो ने गोल दागा। लेकिन मैच रेफरी ने इस गोल मानने से इनकार कर दिया।in 55 टीवी रिप्ले में साफ दिखा कि उनके द्वारा किया गोल शॉट लाइन पर से जा रहा था जब सर्बिया के स्टेफान मित्रोविच ने फिसलते हुए रोका। इसके बाद रोनाल्डो काफी नाराज हो गए और गुस्से में आकर उन्होंने अपना कप्तान आर्मबैंड मैदान पर फेंक दिया। बाद में यह बैंड मैदान पर एक फायर फाइटर कर्मचारी जॉर्डजी वुकीकेविच को मिला। इसके बाद ये मुकाबला 2-2 की बराबरी पर खत्म हुआ था।
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इस राशि से बच्चे का होगा इलाज
मैच के बाद वुकीकेविच ने कहा कि बैंड मेरे बगल में गिर गया था। जिसे मैंने उठा लिया और इसका उपयोग चैरिटी के लिए सोचा था। हमें स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी बीमारी से जूझ रहे 6 महीने के बच्चे गैवरिलो डुर्डेविच के बारे में पता चला। हमने बैंड की नीलामी कर इस बच्चे का इलाज कराने का सोचा है। इस राशि का उपयोग अब बच्चे के इलाज में ही किया जाएगा।
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क्या है स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी बीमारी
स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी एक दुर्लभ बीमारी है जो 10 हजार बच्चों में एक बच्चे को होती है। इसके 90% केस में या तो बच्चे की मौत होती है या इलाज के लिए उसे 2 साल की उम्र से ही परमानेंट वेंटिलेशन पर रखा जाता है। इसके इलाज में कम से कम 17 करोड़ रुपए की जरूरत होती है