Corona का डर, Bio-Secure माहौल में होगी आईपीएल

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खिलाड़ियों के होटल छोड़ने पर होगा बैन, परिवार से अलग रहना होगा

 

मुंबई। कोरोना वायरस के कहर के बीच खेल गतिविधियां शुरू भले ही हो गई हैं। लेकिन उनके लिए खिलाड़ियों को कठोर गाइडलाइन के तहत रहना पड़ रहा है। इस गाइड लाइन को नाम दिया गया है bio-secure। इसी bio-secure माहौल में अब आईपीएल का भी आयोजन होगा। खिलाड़ी इसके अभ्यस्त हो सकें इसके लिए हर फ्रेंचाइजी को अपनी टीम लीग शुरू होने से पहले यूएई भेजनी होगी। ताकि खिलाड़ी हालात के हिसाब से खुद को ढाल सकें।

इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में जोफ्रा आर्चर के निलंबन से bio-secure गाइड लाइन चर्चाओं में आई। इसका मतलब है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ी ना तो अपने घर जा सकेंगे और ना ही परिवार वालों से मिल सकेंगे। उन्हें मैच के अलावा अपने होटल से बाहर आने की भी अनुमति नहीं होगी।

खेल मंत्रालय से अनुमति, विदेश-गृह विभाग का इंतजार

इस बार आईपीएल यूएई में 19 सितंबर से होने जा रहा है। लीग का फाइनल 8 नवंबर को खेला जाएगा। 51 दिन में 8 टीमों के बीच 60 मैच खेले जाएंगे। सभी मुकाबले यूएई के तीन स्टेडियम दुबई, अबु धाबी और शारजाह में होंगे। बीसीसीआई को भारतीय खेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है लेकिन अभी भी विदेश और गृह मंत्रालय की अनुमति का इंजार है।

पत्नी-बच्चों से दूर रहेंगे खिलाड़ी

आईपीएल के दौरान bio-secure गाइडलाइन के कारण खिलाड़ियों को अपने बच्चों और पत्नियों से दूर रहना होगा। सामान्य तौर पर इन्हें खिलाड़ियों के साथ रहने की छूट होती है। लेकिन अब कोरोना के कारण इस पर रोक लगा दी गई है। बीसीसीआई सू़त्रों का कहना है कि यदि परिवार साथ में रहता है तो उन पर भी bio-secure नियम लागू होंगे। लेकिन छोटे बच्चों को आईपीएल के दो महीनों के दौरान होटल में रखना संभव नहीं है। इसीलिए खिलाड़ियों से अकेले रहने का कहा गया है।

Bio-Secure नियम तोड़ने पर आर्चर पर लगा था बैन

गौरतलब है कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट की सीरीज भी bio-secure माहौल में खेली जा रही है। पहले मैच के बाद इंग्लिश तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर नियम तोड़ते हुए परिवार से मिलने चले गए थे। इस कारण उन्हें दूसरे मैच में बैन कर दिया था। साथ ही उन पर 15 हजार पाउंड (करीब 14 लाख रुपए) का जुर्माना भी लगा था।

क्या होता है Bio-Secure माहौल?

bio-secure माहौल खतरनाक वायरस (जैसे कोरोनावायरस) की शुरुआत या उसके संक्रमण को फैलने से रोकने के तरीकों में से एक है। इसका उद्देश्य वायरस, बैक्टीरिया और सूक्ष्म जीवों के कारण लोगों या जानवरों के संक्रमित होने या जोखिम को कम करना है। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इसी तरह का एक सेटअप तैयार किया है। स्टेडियम से लेकर होटल के कमरे तक सैनिटाइज करने के अलावा खिलाड़ियों, संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कड़े नियम बनाए गए हैं। वहां, खिलाड़ी जो एक्रिडिटेशन कार्ड पहनकर घूमते हैं, उसमें एक माइक्रो चिप लगी है। इससे उनके मूवमेंट पर नजर रखी जाती है।

Bio-Secure गाइडलाइन

– स्टेडियम में खिलाड़ियों को अलग-अलग सर्व होगा लंच और डिनर।

– खिलाड़ियों के डायनिंग एरिया के अंदर आने और बाहर जाने के रास्ते अलग होंगे।

– टीमों के रूकने की व्यवस्था स्टेडियम के नजदीक के होटल में होगी।

– खिलाड़ी अपने होटल से बाहर नहीं निकल सकेंगे।

– जिम सेशन में ही हर खिलाड़ी का अलग समय तय होगा। एक सेशन के बाद पूरी जिम को सेनेटाइज किया जाएगा।

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