नई दिल्ली। दीपक काबरा ओलंपिक खेलों (Tokyo Olympics) की जिम्नास्टिक स्पर्धा में जज के तौर पर चुने जाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वह 23 जुलाई से शुरू हो रहे Tokyo Olympics में पुरुषों की लयबद्ध जिम्नास्ट स्पर्धा में जज होंगे। उन्होंने कहा,‘मुझे पिछले साल मार्च में आमंत्रण मिला था लेकिन ओलंपिक स्थगित हो गए। इसके बाद एक साल से मैं इंतजार कर रहा था। मुझे अप्रैल में पुष्टि मिल गई थी लेकिन कोरोना की वजह से आशंका थी कि ओलंपिक होंगे भी या नहीं। मुझे खुशी है कि Olympic का हिस्सा बनने का मेरा सपना पूरा हो रहा है।’
ICC Cricket Super League प्वॉइंट टेबल में इंग्लैंड का दबदबा
कोच कौशिक बेदीवाला से प्रेरणा लेकर बना जज
महाराष्ट्र के एथलीट दीपक ने जिम्नास्टिक चुना लेकिन जल्दी ही समझ में गया कि वह इसमें बड़े स्तर तक नहीं जा सकेंगे। उन्होंने कहा,‘मैंने 2000 में 12 वर्ष की उम्र में खेलना शुरू किया। मैं सूरत में रहता था और उस समय सुविधाएं अच्छी नहीं थी। मैं राष्ट्रीय स्तर पर खेला लेकिन समझ गया था कि बतौर खिलाड़ी मेरा भविष्य नहीं है क्योंकि मेरे बेसिक्स उतने मजबूत नहीं थे। मुझे जजिंग का जुनून था और अपने कोच कौशिक बेदीवाला से प्रेरणा लेकर मैं जज बन गया।’
इंग्लैंड ने ODI Series में किया पाकिस्तान का सूपड़ा साफ
साल 2010 में इंटरनेशनल स्तर पर शुरुआत
दीपक का बतौर जज 2010 राष्ट्रमंडल खेल पहला इंटरनेशनल टूर्नामेंट था। वह 2014 एशियाई खेलों और युवा ओलंपिक में भी जज रहे। उन्होंने इसके बाद 2018 में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों, अर्जेंटीना में युवा ओलंपिक और विश्व कप जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भी जज की भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि मैं 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे कम उम्र का जज था। मैंने अब तक लगभग 20 प्रमुख आयोजनों में भाग लिया है। सिर्फ ओलंपिक ही बचा हुआ था, अब मैं इसमें भी भाग लेने जा रहा हूं।
Tokyo Olympics से हटे Roger Federer, जानिए क्यों ?
Tokyo Olympics में परिणीति पेश करेंगी चुनौती
Tokyo Olympics में भारतीय जिम्नास्टिक का प्रतिनिधित्व परिणीति नायक करेंगी। उन्होंने 2019 एशियाई कलात्मक जिमनास्टिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। दीपा कर्माकर देश की सबसे लोकप्रिय जिमनास्ट रही हैं, दीपा रियो ओलंपिक खेलों में महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं।