नई दिल्ली। Team India: दिग्गज भारतीय क्रिकेटर और Team India के हेड कोच रहे अंशुमान गायकवाड का बुधवार देर रात निधन हो गया। वे 71 वर्ष के थे और लंबे समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। गायकवाड़ के निधन से पूरे खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
Shri Anshuman Gaekwad Ji will be remembered for his contribution to cricket. He was a gifted player and an outstanding coach. Pained by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2024
गायकवाड़ लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीसीसीआई और 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्यों ने उनकी मदद भी की थी। उन्होंने जून 2024 में लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में ब्लड कैंसर का इलाज कराया था। इसके बाद वे भारत लौट आए थे। बुधवार को उनके निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है।
My deepest condolences to the family and friends of Mr Aunshuman Gaekwad. Heartbreaking for the entire cricket fraternity. May his soul rest in peace🙏
— Jay Shah (@JayShah) July 31, 2024
पीएम मोदी ने जताया शोक
गायकवाड के निधन को लेकर पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट शेयर की। उन्होंने दुख जताते हुए कहा- अंशुमान गायकवाड को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। वे एक गिफ्टेड खिलाड़ी और एक बेहतरीन कोच थे। उनके निधन से बहुत दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं हैं। वहीं, बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह ने भी एक्स पर पोस्ट कर शोक जताया। उन्होंने लिखा- अंशुमान गायकवाड के परिवार और मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। पूरे क्रिकेट जगत के लिए यह दुखद घटना है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
Saddened by news of the demise of Anshuman Gaekwad ji. May god give strength to his family & loved ones. pic.twitter.com/64PT3VLyU4
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) July 31, 2024
गायकवाड़ के करियर के सुनहरे पल
– अंशुमान गायकवाड दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर के ओपनिंग पार्टनर थे। उन्हें सुनिल गावस्कर का ’राइट हैंड’ कहा जाता था। गायकवाड डिफेंसिव तकनीक के बैटर थे। उन्हें ‘द ग्रेट वॉल’ भी कहा जाता था।
– गायकवाड ने 1983-84 में जालंधर टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 201 रन बनाने के लिए 671 मिनट बल्लेबाजी की थी। यह उस वक्त का सबसे धीमा दोहरा शतक था।
– साल 1976 में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था। इस सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में माइकल होल्डिंग की एक गेंद गायकवाड के कान पर जा लगी थी। उन्हें अस्पताल जाना पड़ा था।
– जून 2018 में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने गायकवाड को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया।
– अंशुमान गायकवाड के पिता दत्ता गायकवाड भी क्रिकेटर रहे हैं। उन्होंने 11 टेस्ट मैच खेले हैं। वे 1959 में टीम के कैप्टन भी थे।
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ऐसा रहा गायकवाड क्रिकेट करियर
अंशुमान ने अपने करियर में Team India के लिए कुल 40 टेस्ट मैच और 15 वनडे मैच खेले हैं। 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट से उन्होंने डेब्यू किया था। वहीं, 1984 में कोलकाता में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मेच खेला था। गायकवाड़ ने अपने टेस्ट करियर में 30.07 की औसत से 1985 रन बनाए। इसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल रहे हैं। उनका बेस्ट स्कोर 201 रन रहा, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था।
गायकवाड ने 15 वनडे मैचों में 20.69 की औसत से 269 रन बनाए। इसके अलावा अंशुमान ने 206 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.56 की औसत से 12,136 रन बनाए थे। फर्स्ट क्लास में उन्होंने 34 शतक और 47 अर्धशतक बनाए। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 225 रन रहा। इसके अलावा गायकवाड ने 55 लिस्ट-ए मुकाबले भी खेले, जिसमें उन्होने 32.67 के एवरेज से कुल 1601 रन बनाए।
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1997 से 1999 तक Team India के हेड कोच रहे गायकवाड
गायकवाड के क्रिकेट करियर में 22 साल के 205 प्रथम श्रेणी मैच शामिल हैं। गायकवाड 1997-99 भारतीय टीम के हेड कोच भी थे। उनकी कोचिंग में टीम 2000 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उपविजेता रही। उन्हीं की कोचिंग में 1999 में फिरोजशाह कोटला के टेस्ट मैच शामिल में अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट लिए थे।