नई दिल्ली। Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक 2024 में सिर्फ महिला 50 किलोग्राम कैटेगिरी में सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से गोल्ड मेडल से ठीक पहले अयोग्य करार दी जाने वाली भारतीय महिला रेसलर एथलीट विनेश फोगाट को अब राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) की तरफ से 25 सितंबर को नोटिस जारी किया गया है। नाडा ये नोटिस डोप टेस्ट के लिए तय समय और स्थान पर एथलीट के नहीं मिलने की स्थिति में जारी करता है क्योंकि इसे नियमों का उल्लंघन माना जाता है। इस मामले में नाडा की तरफ से विनेश को जवाब देने के लिए 14 दिनों का समय भी दिया गया है।
Vinesh Phogat ने अपने सही पते की नहीं दी जानकारी
नाडा की तरफ से Vinesh Phogat को जो नोटिस जारी किया गया है उसकी आधिकारिक जानकारी के अनुसार विनेश ने अपने पते की सही जानकारी नाडा को नहीं दी। विनेश ने 9 सितंबर को सोनीपत के खरखौदा गांव में अपने घर पर डोप टेस्ट के लिए उपलब्ध रहने की जानकारी दी थी लेकिन वह तय समय पर वहां नहीं मिली जिसे नाडा के नियमों का उल्लंघन माना जाता है। नाडा ने जो नोटिस विनेश को जारी की किया उसमें इस मामले में आखिरी फैसला लेने से पहले उन्हें अपनी सफाई देने का मौका दिया गया है। नाडा ने विनेश के डोप टेस्ट के लिए डीएवी पर उनका परिक्षण लेने के लिए एक अधिकारी को भेजा था लेकिन वह वहां पर मौजूद नहीं थी।
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विनेश को स्वीकार करनी होगी या साबित करनी होगी मौजूदगी
Vinesh Phogat को नाडा की तरफ से जारी किए गए इस नोटिस में या तो उन्हें अपनी गलती को स्वीकार करना होगा या फिर ये साबित करना होगा कि वह डोप टेस्ट के लिए तय किए गए स्थान पर लगभग एक घंटे तक रुकीं थी। हालांकि एंटी-डोपिंग रोधी नियमों को देखा जाए तो उसमें तय किए गए स्थान पर यदि एथलीट नहीं मौजूद होता है तो उस स्थिति में इस नियम का उल्लंघन नहीं माना जाता है, जिसमें एक साल में तीन बार यदि एथलीट तय जगह और समय पर अपना डोप टेस्ट नहीं देता है तो एथलीट पर कोई एक्शन ले सकता है।
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पूल में शामिल खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य है डोप टेस्ट
आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि Vinesh Phogat तो पहलवानी छोड़ चुकी हैं, तो फिर उन्हें डोप टेस्ट देने की क्या जरूरत है? तो आपको बता दें कि नाडा के रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल के साथ रजिस्टर्ड सभी एथलीट्स को डोप टेस्ट के लिए अपनी मौजूदगी का विवरण देना जरूरी है। विनेश भी इस पूल का हिस्सा हैं। डोपिंग टेस्ट के लिए दी गई डिटेल में जिस जगह के बारे में बताया गया अगर वहां पर एथलीट मौजूद नहीं होता तो इसे ठिकाने की जानकारी देने की विफलता माना जाता है। 9 सितंबर को विनेश सोनीपत के खरौदा गांव में अपने घर पर डोप जांच के लिए मौजूद नहीं थीं।