बीसीसीआई अध्यक्ष ने सुनाई अपने खेल जीवन की रोचक कहानी
मुंबई। क्रिकेट की दुनिया में दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट की एक धरोहर हैं। फिलहाल बीसीसीआई अध्यक्ष का काम संभाल रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो क्रिकेटर नहीं फुटबाॅलर बनना चाहते थे। जी हां, फुटबाॅल की उनका पहला प्यार था। तो फिर गांगुली क्रिकेटर कैसे बने? इस बात से पर्दा खुद सौरव गांगुली ने ही उठाया है।
एक ऐप के साथ लाइव सेशन के दौरान गांगुली ने बताया कि वे तो दिन-रात फुटबाॅल में डूबे रहते थे लेकिन उनके पिता के एक आदेश ने उनका करियर बदल दिया। दरअसल, उनके पिता ने उनकी शरारतों से तंग आकर और उन्हें अनुशासित बनाने के लिए क्रिकेट अकादमी में भेजना शुरू किया था और इसी एक फैसले ने भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तानों में से एक का करियर शुरू किया।
डेब्यू टेस्ट में शानदार शतक
गांगुली ने बताया कि की वे 9वीं कक्षा तक लगातार फुटबाॅल ही खेल रहे थे और एक अच्छे खिलाड़ी भी थे। लेकिन उसी दौरान उनके पिता और बंगाल क्रिकेेट संघ के तत्कालीन अध्यक्ष चंडी गांगुली ने अचानक उनको बताया कि उन्हें एक क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग लेनी होगी। गांगुली ने बताया कि उनके माता-पिता काफी अनुशासित जीवन जीते थे। मेरे कोच ने भी मेरे पिता से कह दिया कि फुटबाॅल से दूर कर दें और बस यहीं से मेरे पिता के आदेश से क्रिकेट मेरे जीवन में शामिल हुआ। यूं तो सौरव ने अपने क्रिकेट करियर में कई अविस्मरणीय पारियां खेली हैं लेकिन वे लाॅड्र्स के मैदान में अपने पहले ही टेस्ट मैच में लगाए गए शतक को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मानते हैं। इसके अलावा दलीप ट्राॅफी के पहले मैच में भी उन्होंने शतक लगाया था।
केरोना वैक्सीन से ही सामान्य होगी लाइफ
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी मानते हैं कि कोविड-19 ने खेलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसीलिए उनका कहना है कि कोरोना की वैक्सीन आने के बाद ही लोगों का जीवन सामान्य होगा और उसके बाद ही खेल भी सामान्य रूप से शुरू हो सकेंगे। गांगुली ने ‘अनअकैडमी’ ऐप पर एक सेशन में कहा, ‘कोरोना ने दुनिया को पूरी तरह से झकझोर दिया है। मुझे लगता है कि चीजें समय के साथ पटरी पर लौट आएंगी। हमारे पास इससे निपटने के लिए दवा नहीं है लेकिन 6-7 महीने में जब इसका टीका निकल जाएगा, तब स्थिति समान्य हो जाएगी।’ पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मुझे लगता है कि क्रिकेट फिर से सामान्य हो जाएगा। हां, कार्यक्रम में कुछ बदलाव होंगे लेकिन बीसीसीआई और आईसीसी क्रिकेट को वापिस सामान्य स्थिति में लाने के लिए कुछ भी करेंगे।’