Sanju Samson होना आसान नहीं है… चयनकर्ताओं की पसंद नहीं बन पा रहे

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नई दिल्ली। Sanju Samson होना आसान नहीं है… इस बात की चर्चा इन दिनों क्रिकेट फैंस के बीच सबसे ज्यादा हो रही है। दरअसल, दलीप ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई की चयन समिति ने 4 टीमों की घोषणा की है और 60 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। लेकिन इन 60 खिलाड़ियों में भी विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को जगह नहीं मिल पाई है। बेहतरीन खिलाड़ी, जबर्दस्त नेतृत्व क्षमता और एकदम शांत स्वभाव के संजू को नजरअंदाज किए जाने से अब फैंस बीसीसीआई पर भी भड़के हुए हैं।

दरअसल, Sanju Samson को टीम इंडिया में कभी भी स्थाई जगह नहीं दी गई है। कभी टी20 तो कभी वनडे टीम के बीच चयनकर्ता संजू को झुलाते रहते हैं। संजू मिडिल क्रम के बल्लेबाज हैं लेकिन अगर वो नेशनल टीम में हैं तो कभी निचले क्रम में तो कभी ओपनिंग के लिए भेज दिए जाते हैं। इसका असर उनके प्रदर्शन पर आता है और कुछ मैचों में प्रदर्शन के आधार पर ही उनकी टीम से छुट्टी कर दी जाती है।

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धोनी के बाद पंत-संजू पर था दांव

महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद से Team India में विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत और संजू सैमसन का ही नाम लिया जाता था। दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से पंत का एक्सीडेंट हुआ लेकिन उसके बाद भी संजू बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं बन पाए। पंत की वापसी का सभी क्रिकेट फैंस को इंतजार था। वो आए और शानदार तरीके से खेलना शुरू किया लेकिन सभी को उम्मीद थी कि संजू को भी टीम में जगह दी जाएगी। लेकिन कुछ एक मैचों को छोड़कर संजू बीसीसीआई की पसंद बन ही नहीं पाए।

आगे का रास्ता हुआ कठिन

Duleep Trophy 2024 का आयोजन नए फॉर्मेट में होना है। जोनल फॉर्मेट में इसका आयोजन नहीं होगा। बीसीसीआई की चयन समिति ने बुधवार (14 अगस्त) को 4 टीमों की घोषणा की। 4 टीमों में 60 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। दलीप ट्रॉफी भारतीय टेस्ट टीम के चयन का बेस होगा। ऐसे में इन 60 नामों में से ही खिलाड़ियों का चयन होगा। इन 4 टीमों में दो खिलाड़ियों का चयन न होना हैरानी भरा रहा है। ये दो खिलाड़ी हैं रिंकू सिंह और संजू सैमसन।

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संजू और रिंकू के साथ अन्याय

भारतीय टीम का चयन होता तो बात समझ में आती है कि केवल 15 खिलाड़ियों का चयन होना होता है। लेकिन 61 खिलाड़ियों में चयन होने से सवाल होने लगे हैं क्या रिंकू सिंह और Sanju Samson टेस्ट क्रिकेट खेलने लायक नहीं हैं? इसका जवाब तो डोमेस्टिक क्रिकेट में उनसे फर्स्ट क्लास के आंकड़ों से ही मिलेगा। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश से रिंकू और केरल से संजू सैमसन खेलते हैं। रिंकू को तो जब भी टीम इंडिया में मौका मिला, ज्यादातर मैचों में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन दलीप ट्रॉफी में उनका भी चयन नहीं होना आश्चर्यजनक है।

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फर्स्ट क्लास क्रिकेट में संजू सैमसन के आंकड़े

वहीं संजू के आंकड़ों की बात करें तो वह 2011 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं। अबतक भारत के लिए एक भी टेस्ट नहीं खेल पाए हैं, दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी के बाद ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत को तरजीह मिली, लेकिन इस दौरान संजू पर एक बार भी भरोसा नहीं जताया गया। उन्होंने 62 मैच की 102 पारी में 38.54 की औसत से 3623 रन बनाए हैं। 10 शतक और 16 अर्धशतक जड़े हैं। 211 उनका सर्वाेच्च स्कोर है।

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IPL 2024 में रहा था शानदार प्रदर्शन

आईपीएल 2024 में Sanju Samson ने पूरे सीजन मीडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की थी. उन्होंने 48.27 की औसत के साथ 531 रन बनाए थे, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप 2024 के वॉर्मअप मैच में ओपनर की भूमिका मिली, जिसमें संजू फ्लॉप हो गए। इसके बाद उन्हें पूरे वर्ल्ड कप के दौरान बैंच पर ही बैठना पड़ा। इसके बाद उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ निचले क्रम में बल्लेबाजी का मौका दिया गया। हाल ही श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में संजू को ओपनर के तौर पर भेजा गया। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि संजू के बल्लेबाजी क्रम को लेकर कितने प्रयोग किए गए हैं और यही भारतीय टीम में उनके अच्छा प्रदर्शन न करने की बड़ी वजह है।