पेरिस। Paris Olympics में भारत को बड़ा झटका लगा। भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ 1980 के मॉस्को ओलंपिक के 44 साल बाद ओलंपिक हॉकी का फाइनल खेलने का भारत का सपना टूट गया। भारत अब ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए स्पेन से भिड़ेगा। यह मुकाबला 8 अगस्त को शाम 5.30 बजे से खेला जाएगा।
Heartbreak in Paris 💔
A challenging semi-final ends in defeat for India against Germany. Hold your heads high, Team India, we are proud of you! We go against Spain for the Bronze Medal Match on 8th August.India 🇮🇳2️⃣-3️⃣🇩🇪 Germany
Harmanpreet Singh 7′ (PC)
Sukhjeet Singh 36’… pic.twitter.com/33MGD2ksVk— Hockey India (@TheHockeyIndia) August 6, 2024
सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी के लिए गोनजालो पीलैट ने 18वें, क्रिस्टोफर रूहर ने 27वें और मार्काे मिल्टकाऊ ने 54वें मिनट में गोल किया। जबकि भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह ने 7वें और सुखजीत सिंह ने 36वें मिनट में गोल किया। ओलंपिक हॉकी का गोल्ड मेडल मैच 8 अगस्त को रात 10.30 बजे से जर्मनी और नीदरलैंड के बीच खेला जाएगा।
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आखिरी 6 मिनट में जर्मनी ने तोड़ा भारत का सपना
भारत और जर्मनी के बीच Paris Olympics हॉकी सेमीफाइनल मुकाबला तीसरे क्वार्टर तक 2-2 से बराबरी पर चल रहा था। लेकिन जर्मनी ने मैच खत्म होने के छह मिनट पहले बढ़त हासिल की और मैच जीतकर पेरिस ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत ने पहले क्वार्टर में गोल कर बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन दूसरे क्वार्टर में टीम पिछड़ गई। हालांकि, तीसरे क्वार्टर में सुखजीत सिंह ने भारत को बराबरी दिलाई, लेकिन जर्मनी ने अंतिम समय में गोल किया और 3-2 से यह मुकाबला जीतकर गोल्ड मेडल मैच में जगह बनाई।
It’s a little dejected feeling but our boys will get up again and will go all out against Spain in the Bronze medal match on Thursday.
Here are some glimpses from tonight’s game. #Hockey #HockeyIndia #IndiaKaGame #WinItForSreejesh#Paris2024 #INDvsGER
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.@CMO_Odisha… pic.twitter.com/5vo94tmlJ4— Hockey India (@TheHockeyIndia) August 6, 2024
भारत का 44 साल का इंतजार बढ़ा
विश्व चैंपियन जर्मनी ने भारतीय हॉकी टीम का 44 साल बाद ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने का सपना तोड़ दिया। अपने अनुभवी डिफेंडर अमित रोहिदास के बिना उतरी भारतीय टीम ने इस महत्वपूर्ण मैच में दबाव में कई गलतियां कीं, जिसका जर्मनी ने पूरा फायदा उठाया। भारत ने आखिरी बार 1980 में मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन टीम इसके बाद से अब तक ओलंपिक चैंपियन बनने के लिए जूझ रही है। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को ही हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, लेकिन टीम इस बार अपने मेडल का रंग नहीं बदल सकी और उसका ओलंपिक गोल्ड जीतने का 44 साल का इंतजार बढ़ गया।