नई दिल्ली। ISSF Shooting World Cup में भारत के दिग्गज शूटर मैराज अहमद खान ने इतिहास रच दिया। उन्होंने आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में मेन्स स्कीट इवेंट में देश के लिए पहला गोल्ड मैडल जीता। 46 साल के उत्तर प्रदेश के मैराज ने 40 शॉट फाइनल इवेंट में 37 का शानदार स्कोर बनाया और कोरिया के मिंसू किम और ब्रिटेन के बेन लेवेलिन को हरा दिया। मिंसू ने 36 के स्कोर के साथ रजत और बेन ने 26 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता।
🥇for @khanmairajahmad in Skeet Men’s Individual Event 🤩
He beat Kim Minsu from Korea by 37-36 in final gold medal match 💯#Shooting #IndianSports pic.twitter.com/Ur6fkvQlCK
— SAI Media (@Media_SAI) July 18, 2022
दो बार के ओलंपियन मैराज इस साल ISSF Shooting World Cup में भारतीय दल के सबसे उम्रदारज सदस्य हैं। वह 2016 में रियो डी जैनेरियो शूटिंग वर्ल्ड कप में रजत पदक भी जीत चुके हैं। पदक तालिका की बात करें तो भारत 13 पदक के साथ अब भी शीर्ष पर बरकरार है। भारत ने अब तक पांच स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं।
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इससे पहले सोमवार को ही अंजुम मौदगिल, अशी चौकसे और सिफ्त कौर सामरा की तिकड़ी ने महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन टीम इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इस तिकड़ी ने तीसरे स्थान के लिए मैच में ऑस्ट्रिया की शेलीन वेबेल, नदीन उंगेरैंक और रेबेका कोएक की टीम को 16-6 से हरा दिया।
ISSF Shooting World Cup: ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने जीता दूसरा गोल्ड
साउथ कोरिया में आयोजित किये जा रहे ISSF Shooting World Cup में भारत के युवा निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने मेंस 50 मीटर राइफल थ्री पॉजीशन प्रतिस्पर्धा में गोल्ड जीत लिया है। वहीं, वुमेंस 50 मीटर राइफल थ्री पॉजीशन में अंजुम मुदगिल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं, महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में भारत की मनु भाकर का निशाना बहुत कम अंतर से मेडल से चूक गया। वह फाइनल राउंड में चौथे स्थान पर रहीं।
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अंजुम ने गंवाया 5वां गोल्ड जीतने का मौका
2018 के विश्व चैम्पियनशिप में भारत के लिए सिल्वर जीतने वाली अंजुम मुदगिल ने इस वर्ष ISSF Shooting World Cup में गोल्ड जीतने का मौका गंवा दिया है। वे 402.9 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाईं। शूटिंग की दुनिया में सबसे मुश्किल कहे जाने वाले थ्री पॉजीशन इवेंट में 3 अलग-अलग तरीके से लक्ष्य पर निशाना लगाना होता है। जिसमें शूटर को पहले खडे़ होकर, फिर घुटनों पर बैठकर और आखिर में लेटकर निशाना भेदना होता है।