चेन्नई को मिल रही लगातार हार के बाद Dhoni हो रहे ट्रोल
कभी पिच पर टिके रहना थी जीत की गारंटी, अब प्रशंसकों की तोड़ी उम्मीदें
नई दिल्ली। Dhoni का अंतिम ओवर तक पिच पर टिके रहना यानि उनकी टीम के लिए जीत की गारंटी..। लेकिन, IPL-13 में इसका उलट ही देखने को मिल रहा है। IPL-13 में लगातार ऐसा देखने को मिल रहा है कि CSK धोनी के अंतिम ओवर तक पिच पर टिके रहने के बावजूद मैच नहीं जीत पा रही है। ऐसे में अब Dhoni पर सवाल उठ रहे है और वे ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए है। लोग कहने लगे है कि माही का जादू अब फीका पड़ रहा है। शुक्रवार को भी आखिरी ओवर में धोनी के नॉट आउट रहने के बाद भी Chennai Super Kings को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
दरअसल, विकेट बचा कर रखना और आखिरी के कुछ ओवरों में हमला करना ये सालों से Dhoni के लिए जीत का फॉर्मूला रहा है। बीती रात के मैच में भी ऐसा ही देखने को मिला। छठे और सातवें नंबर पर बैटिंग करने वाले धोनी सनराइजर्स के खिलाफ चौथे नंबर पर खेलने के लिए आए। लगा कि अब तो CSK के लिए हार का सिलसिला खत्म हो जाएगा। लक्ष्य भी बहुत बड़ा नहीं बल्कि 165 रनों का ही था।
A look at the Points Table after Match 14 of #Dream11IPL. pic.twitter.com/8d4aG9raBd
— IndianPremierLeague (@IPL) October 2, 2020
Dhoni के क्रीज पर आने के वक्त CSK को जीत के लिए हर ओवर में 9.21 रनों की दरकार थी। हमेशा की तरह लगा कि अगर धोनी आखिरी ओवर तक टिक गए फिर तो चेन्नई की जीत पक्की है। लेकिन ओवर दर ओवर लक्ष्य दूर खिसकता गया। आखिरी चार ओवर में 78 रन बनाने थे। इसके बाद आखिरी ओवर में जीत के लिए चेन्नई को 28 रनों की जरूरत थी। लेकिन धोनी के रहते हुए भी CSK की टीम ये मैच नहीं जीत सकी।
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Dhoni ने खुद माना-लगातार दोहरा रहे है गलतियां
IPL-13 में तीसरी हार के बाद कप्तान महेंद्र सिंह Dhoni ने खुद माना कि उनके खिलाड़ी बार-बार एक ही गलती दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा इस तरह से कैच टपकाकर मैच नहीं जीते जा सकते। खुद के प्रदर्शन पर धोनी ने कहा कि वे कई गेंदों पर खुलकर नहीं खेल सके। शायद कुछ ज्यादा ही कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हालांकि कोई परेशानी नहीं है लेकिन इस तरह की गर्मी में गला बार-बार सूखता ही है। Dhoni ने कहा कि हमने लगातार तीन मैच शायद कभी नहीं हारे। हमें गलतियों को सुधारना होगा। बार-बार एक जैसी गलतियां नहीं कर सकते। कैच छूटे, नोबॉल डाली। हम कुल मिलाकर बेहतर खेल सकते थे। अगर यह नॉकआउट मैच होता तो कैच छूटना कितना भारी पड़ सकता था।