नई दिल्ली। IPL एक बार फिर बीसीसीआई (BCCI) को छप्पर फाड़ कमाई करवाने वाला है। दरअसल, बीसीसीआई ने साल 2023 से 2027 तक के पांच सीजन के लिए मीडिया राइट्स बेचने की तैयारी शुरू कर दी है। एक अनुमान के मुताबिक बीसीसीआई को इस करार से करीब 54 हजार करोड़ रूपए की कमाई हो सकती है। IPL के मीडिया राइट्स खरीदने की होड़ में टीवी 18, डिज्नी, सोनी और अमेजन जैसे दिग्गज भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि एपल कंपनी भी इस कवायद का हिस्सा बन सकती है।
IPL 2022: Dinesh Karthik के तूफ़ान में उड़े रॉयल्स, बैंगलौर ने राजस्थान को 4 विकेट से हराया
बीसीसीआई ने IPL मीडिया राइट्स के लिए टेंडर डॉक्यूमेंटृस खरीदने की समय सीमा 10 मई तय की है। इसके बाद इनकी जांच की जाएगी और जून में नीलामी के माध्यम से मीडिया राइट्स के लिए बोली लगाई जाएगी। बीसीसीआई की कोशिश है कि इस फॉर्मेट से ज्यादा से ज्यादा कमाई की जा सके। यही कारण है कि मीडिया राइट्स को चार अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाएगा। पहले हिस्से में भारतीय उपमहाद्वीप को रखा गया है। दूसरे हिस्से में आईपीएल के डिजिटल राइट्स को शामिल किया गया है। तीसरे हिस्से में पांचों सीजन का पहला मैच, वीकएंड के डबल हैडर में शाम का मैच और 4 प्लेऑफ मुकाबलों सहित कुल 18 मैच शामिल किए गए हैं। जबकि चौथे हिस्से में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर टीवी प्रसारण के अधिकार शामिल हैं।
IPL 2022: Jos Buttler के रॉयल शतक से राजस्थान की टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत
32,890 करोड़ रुपए बेस प्राइस
BCCI ने सभी चार बकेट को मिलाकर कुल 32,890 करोड़ रुपए का बेस प्राइस तय किया है। हर मैच के टेलिविजन राइट्स का बेस प्राइस 49 करोड़ रुपए तय किया है। वहीं, एक IPL मैच के डिजिटल राइट्स का बेस प्राइस 33 करोड़ रुपए रखा गया है। 18 मैचों के क्लस्टर में हर मैच का बेस प्राइस 16 करोड़ रुपए है। भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के राइट्स के लिए प्रति मैच बेस प्राइस 3 करोड़ रुपए है। इस तरह कुल रकम 32,890 रुपए होती है। बोर्ड को उम्मीद है कि उसे करीब 54 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे।
दो दिन तक चलेगी नीलामी
बोर्ड ने बताया है कि पहले और दूसरे बकेट (हिस्से) की नीलामी एक दिन होगी। वहीं, तीसरे और चौथे हिस्से की नीलामी उसके अगले दिन की जाएगी। यह प्रक्रिया ई-ऑक्शन के जरिए पूरी होगी। पहले हिस्से की विजेता कंपनी को दूसरे बकेट के लिए दोबारा बोली लगाने की इजाजत होगी। यानी अगर दूसरा हिस्से किसी और कंपनी ने खरीदा है तो पहला हिस्से खरीदने वाली कंपनी उससे ज्यादा रकम देकर उसे हासिल कर सकती है। इसी तरह दूसरे बकेट की विजेता कंपनी को तीसरे बकेट के लिए फिर से बोली लगाने की इजाजत होगी।
भारतीय उपमहाद्वीप के प्रसारण अधिकार पर भारतीय कंपनी का हक
BCCI ने बताया है कि भारतीय उपमहाद्वीप के IPL टीवी राइट्स के लिए सिर्फ वही कंपनी बोली लगा सकती है जो भारत में रजिस्टर्ड ब्रॉडकास्टर हो और उसका नेटवर्थ 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा हो। दूसरे, तीसरे और चौथे बकेट के लिए बोली लगाने वाली कंपनी का नेटवर्थ कम से कम 500 करोड़ रुपए होना जरूरी है।