नेशनल टूर्नामेंट्स के आयोजन पर संदेह, 23 खेलों पर ही रहेगा फोकस
रायपुर। दुनियाभर में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं पर ग्रहण लगाने के बाद अब कोरोना ने देश में स्कूल गेम्स के आयोजन को भी संकट में डाल दिया है। कोरोना महामारी के कारण देशभर में स्कूल्स बंद पड़ी हैं और इस कारण खिलाड़ियों की पिछले 3 महीने से प्रैक्टिस भी नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि अब स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने अधिकांश आयोजनों से दूरी बनाकर सिर्फ ओलंपिक, हाई प्रायोरिटी और प्रायोरिटी गेम्स के नेशनल टूर्नामेंट्स के आयोजन पर ध्यान केंद्रित कर लिया है।
एसजीएफआई ने कहा कि कोरोना की गाइडलाइंस के कारण स्कूल गेम्स के आयोजन पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद ही लिया जाएगा। गौरतलब है कि हाल ही में फेडरेशन को भारत सरकार की ओर से मान्यता प्रदान की गई है। पिछले साल फेडरेशन की ओर से 90 से अधिक गेम्स के नेशनल टूर्नामेंट कराए गए थे। इसमें देश भर के 60 हजार से अधिक खिलाड़ी शामिल हुए थे।
एसजीएफआई के महासचिव राजेश मिश्रा ने बताया कि अनलॉक-1 के बाद भी अभी स्कूल बंद हैं। सरकार से अनुमति मिलने के बाद एसजीएफआई टूर्नामेंट करा सकता है। सबसे अधिक नेशनल टूर्नामेंट नवंबर से जनवरी के बीच में होते हैं। कोरोना की स्थिति को देखते हुए देरी से अनुमति मिलती है तो भी महत्वपूर्ण खेलों के नेशनल टूर्नामेंट कराए जा सकते हैं। राज्य अपनी टीम खिलाड़ियों के पिछले साल के प्रदर्शन के आधार पर या फिर ट्रायल के आधार पर बना सकते हैं। क्योंकि समय कम होने के कारण उनके पास टूर्नामेंट को आयोजित करने का समय नहीं होगा।
जहां असर कम, वहां नेशनल चैंपियनशिप
नेशनल के दौरान एक रूम में सिर्फ दो खिलाड़ी रह सकेंगे, ताकि डिस्टेंसिंग रखी जा सके। एसजीएफआई के संयुक्त सचिव प्रदीप मिश्रा ने कहा कि नेशनल चैंपियनशिप के मुकाबले उसी स्टेट में कराए जाएंगे, जहां कोरोना केस कम होंगे। एक ही स्थान पर अलग-अलग आयु वर्ग की नेशनल चैंपियनशिप नहीं होगी। यानी एक आयु वर्ग की स्पर्धा एक स्थान पर हो सकेगी। शेष आयु वर्ग के मुकाबले अलग-अलग स्थान पर होंगे।
23 खेल प्रमुख लिस्ट में शामिल
- हाई प्रायोरिटी गेम्सः- आर्चरी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, हॉकी, शूटिंग, टेनिस, वेटलिफ्टिंग और रेसलिंग।
- प्रायोरिटी गेम्सः- बास्केटबॉल, साइक्लिंग, फुटबॉल, जिम्नास्टिक, जूडो, स्क्वैश, स्वीमिंग-डाइविंग, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, वॉलीबॉल, कबड्डी, सेपक टकरा, वुशू, चेस, हैंडबॉल।