स्टावेंजर (नॉर्वे)। Norway Chess 2025 : विश्व चैंपियन डी गुकेश का नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में निराशाजनक प्रदर्शन लगातार जारी है। मैग्नस कार्लसन से हार के बाद अब उन्हें दूसरे दौर में हमवतन अर्जुन एरिगैसी से भी हार का सामना करना पड़ा। गुकेश के खिलाफ इस शानदार जीत के बाद एरिगैसी संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गए हैं। वहीं, दूसरे दौर के एक अन्य महत्वपूर्ण मुकाबले मे हिकारू नाकामुरा ने आर्मागेडन टाई-ब्रेक में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराया।
After a chaotic Round 2 at Norway Chess, 🇮🇳 Arjun Erigaisi propelled himself into a joint lead with 🇺🇸 Hikaru Nakamura, while 🇺🇦 Anna Muzychuk stands alone at the top of the Women’s section.
Norway Chess 2025. Round 2
🇮🇳 Erigaisi 3-0 Gukesh D 🇮🇳
🇺🇸 Nakamura 1,5-1 Carlsen 🇳🇴
🇨🇳… pic.twitter.com/jEEY3TJpXN— International Chess Federation (@FIDE_chess) May 27, 2025
अंक तालिका में सबसे नीचे हैं गुकेश
डी गुकेश के लिए Norway Chess 2025 टूर्नामेंट बेहद खराब साबित हो रहा है। अभी तक उन्हें दो राउंड के महत्वपूर्ण मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। यही कारण है कि छह खिलाड़ियों वाले डबल राउंड-रॉबिन ओपन वर्ग में गुकेश अंक तालिका में सबसे नीचे हैं। जबकि उन्हें खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। विश्व के चौथे नंबर के भारतीय खिलाड़ी एरिगैसी 4.5 अंकों के साथ अमेरिकी ग्रैंडमास्टर नाकामुरा के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं।
Norway Chess 2025 : रोमांचक मुकाबले में हारे विश्व चैंपियन डी. गुकेश, टॉप पर पहुंचे मैग्नस कार्लसन
शुरुआत में ही एरिगैसी ने हासिल कर ली थी बढ़त
सफेद मोहरों से खेल रहे एरिगैसी ने शुरूआत में बढ़त हासिल कर ली, लेकिन गुकेश की मजबूत रक्षापंक्ति ने अंत में बराबरी का खेल बना दिया। आखिर में मुकाबला रोमांचक बन गया था लेकिन गुकेश समय कम होने के कारण दबाव में आ गए और एरिगैसी इसका फायदा उठाकर चार घंटे से अधिक समय तक चले मैच को 62 चाल में जीतने में सफल रहे।
पहले भी गुकेश को हरा चुके
Norway Chess 2025 टूर्नामेंट से पहले एरिगैसी ने इस वर्ष की शुरुआत में टाटा स्टील शतरंज में भी गुकेश को हराया था। उनका क्लासिकल शतरंज में गुकेश के खिलाफ 6-0 का शानदार रिकॉर्ड है। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने सोमवार को आर्मागेडन में चीन के वेई यी को हराकर 1.5 अंक हासिल किए थे। एरिगैसी इस बात से हैरान थे कि गुकेश ने शुरुआती चालों में इतना समय क्यों लिया जिससे वह समय के दबाव में आ गए।