नई दिल्ली। Gautam Adani: पिछले कई दिनों से लगातार भारी गिरावट के दौर से गुजर रहे अडाणी ग्रुप को उबारने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। इसी के तहत अडाणी ग्रुप ने अपने गिरवी रखे शेयर्स को शीघ्रता से छुड़ाने की तैयारी शुरू कर दी हैं। इस काम की कमान खुद ग्रुप चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने संभाली है। अडाणी पैसा चुकाने और गिरवी शेयर्स को छुड़ाने के लिए लेंडर्स के साथ बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यह सारा काम निवेशकों का भरोसा हांसिल करने की कवायद है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। ग्रुप ने अभी तक इन गिरवी शेयर्स के लिए मार्जिन कॉल्स का सामना नहीं किया है और फिलहाल पैसे के भुगतान के लिए सक्रिय रूप से सभी पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। हालांकि अडाणी ग्रुप की ओर से इस संबंध में कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन इतना तय है कि ग्रुप ने अपने निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिशें शुरू कर दी हैं और यह सारी कवायद उसी रणनीति का हिस्सा है।
दरअसल, Gautam Adani को अपने डॉलर बॉन्ड्स के एवज में करीब 3.47 करोड़ डॉलर के कूपन पेमेंट इसी सप्ताह चुकाने हैं। ये बॉन्ड्स अमेरिकी शॉर्ट सेलर के फ्रॉड और बाजार में हेराफेरी के आरोपों के बाद खतरनाक तरीके से नीचे गिरे हैं। गिरावट के इसी दौर में निवेशकों को और नुकसान से बचाने के लिए ही अडाणी ग्रुप ने दो दिन पहले अपने 20 हजार करोड़ रूपए के एफपीओ को वापस लेने का ऐलान कर दिया था। जबकि यह एफपीओ शानदार तरीके से सब्सक्राइब हुआ था।
9 दिनों में करीब 8 लाख करोड़ साफ
Gautam Adani को 24 जनवरी के बाद से 2 फरवरी के कारोबारी सत्र के दौरान तक 24 फीसदी तक का नुकसान हो चुका है। अडानी ट्रांसमिशन, अडानी इंटरप्राजेज अडानी ग्रीन के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है। 24 जनवरी को अडानी ग्रुप कंपनियों का कुल मार्केट कैप 19,16,560.93 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 10,51,802 करोड़ रुपये पर रह गया है। इसका मतलब है कि इस दौरान ग्रुप को 7,91,778.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस टेबल की मदद से देखते हैं कि आखिर ग्रुप की किस कंपनी को कितना नुकसान हो चुका है।