दुबई। Asia Cup 2022: टीम इंडिया एशिया कप सुपर 4 में श्रीलंका से भी हार गई है। इस हार के साथ ही भारत की टूर्नामेंट से विदाई भी लगभग तय हो गई है। भारतीय खिलाड़ियों ने एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ भी बेहद लापरवाही से बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। जिसका खामियाजा टीम को हार के रूप में झेलना पड़ा। अब कप्तान रोहित शर्मा कितने भी कारण गिनाएं लेकिन उनके लिए भी यह जस्टीफाई करना मुश्किल है कि जिस श्रीलंका को कुछ समय पहले ही भारत की बी टीम 3-0 से हराकर आई है, उसने भारत की सीनियर टीम को कैसे चित कर दिया। ऐसे में उन कारणों पर चर्चा करना बेहद जरूरी है, जिनके कारण भारत को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है।
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टॉप ऑर्डर नहीं चला
पिछले साल इसी मैदान पर भारत टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ हारा था। उस मैच में शाहीन अफरीदी ने भारत के टॉप ऑर्डर की धज्जियां उड़ा दी थीं। अब फिर से टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है लेकिन बीते 11 महीनों में टीम इंडिया ने पिछली हार से कोई सबक नहीं लिया है। टॉप ऑर्डर में केएल राहुल फिट नहीं बैठ रहे हैं। उनसे रन नहीं बन रहे हैं। इसके बाद भी इतने अहम टूर्नामेंट में उन्हें चारों मैचों में खिलाया गया। रोहित शर्मा ने स्टार्ट अच्छा किया लेकिन उसे बड़ी पारी में सिर्फ एक बार ही तब्दील कर पाए।
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दिशाहीन तेज गेंदबाजी आक्रमण
Asia Cup 2022 में दुबई की पिचों पर भारतीय तेज गेंदबाज कोई असर नहीं छोड़ पाए। वो बोलर्स जिनके पास 140 किलोमीटर प्रति घंटा के आस-पास की गति रही, उन्हें खेलना मुश्किल रहा। लेकिन भारतीय गेंदबाजों की गति 120 से 130 तक ही है। बुमराह टीम में नहीं हैं। शमी को चुना नहीं गया। अक्षर पटेल को रवींद्र जडेजा की जगह टीम में लिया गया लेकिन प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। आावेश खान बीमार हो गए। हार्दिक पांडया और बुमराह चले नहीं।
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टीम चयन में गलती
आउट ऑफ फॉर्म ऋषभ पंत को Asia Cup 2022 में रोहित शर्मा ने लगातार दूसरे मैच में मौका दिया। मध्यक्रम में ज्यादा रन बनाने वाले दीपक हुड्डा को उन्होंने फिनिशर की भूमिका में उतारा। दिनेश कार्तिक को अगर रोहित चुनते तो वह विकेटकीपिंग के साथ-साथ बल्लेबाजी में फिनिशर की भूमिका भी निभा सकते थे। ऐसे में दीपक हुड्डा को टीम में रखने की जरूरत नहीं पड़ती। अक्षर पटेल की जगह बन जाती। वह सटीक गेंदबाजी के साथ-साथ उपयोगी रन भी बनाने में सक्षम हैं। वेस्टइंडीज दौरे तक उन्हें रवींद्र जडेजा के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन एशिया कप में जडेजा के चोटिल होने के बाद उन्हें चुना ही नहीं गया।