नई दिल्ली। इंडिया ओपन चैंपियन लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने सोमवार को थकान की वजह से सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर-300 बैडमिंटन टूर्नामेंट (Syed Modi International Tournament) से नाम वापस ले लिया। सेन पिछले साल अक्टूबर से लगातार खेल रहे हैं। 20 वर्षीय के सेन ने वर्ल्ड चैम्पियन सिंगापुर के लो कीन यू को शिकस्त देकर इंडिया ओपन खिताब जीता था। उन्होंने आयोजकों को भेजे पत्र में लिखा, ‘पिछली रात इंडिया ओपन 2022 खेलने के बाद मैं बहुत थक गया हूं। इन स्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकूंगा।’
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थकान की वजह से लिया फैसला
Lakshya Sen ने कहा, ‘इसलिए अपने कोचों, फिजियो और परिवार से मशविरे के बाद मैंने फैसला किया है कि इस साल सैयद मोदी इंटरनेशनल 2022 टूर्नामेंट नहीं खेलूंगा, ताकि जरूरी आराम कर सकूं। इसके बाद मार्च से आगामी टूर्नामेंटों की तैयारी करूंगा।’ वर्ल्ड चैम्पियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सेन ने अक्टूबर से अब तक 9 टूर्नामेंट खेले हैं। उन्होंने कहा कि मैं इतने कम समय में यह जानकारी देने के लिए माफी चाहता हूं। उम्मीद है कि आप मेरी स्थिति समझेंगे। उम्मीद करता हूं कि टूर्नामेंट अच्छा रहेगा। सभी प्रतियोगियों को शुभकामनाएं।
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सहनशक्ति और रणनीतिक कौशल पर काम करने की जरूरत
इस बीच भारत के पूर्व कोच विमल कुमार ने कहा कि इस युवा बैडमिंटन खिलाड़ी को इंटरनेशनल लेवल पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए सहनशक्ति और रणनीतिक कौशल पर काम करने की जरूरत है। विमल ने कहा, ‘ Lakshya Sen का रणनीतिक खेल काफी अच्छा था। मैच पर उसका नियंत्रण था और उसने लोह को आक्रामक होने का मौका नहीं दिया। उसके जवाबी हमले और नेट ड्रिबल बेहतरीन थे। वह सामान्य एक्शन में सहजता से शटल को कोर्ट के पीछे की तरफ फ्लिक कर रहा था। कुल मिलाकर उसने बहुत परिपक्व खेल खेला।’
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तकनीकी रूप से सुधार की आवश्यकता
पूर्व ओलंपियन विमल कुमार ने कहा कि वह किसी भी दूसरे खिलाड़ी के भी बराबर है, लेकिन उसे अभी भी अपने रणनीतिक पक्ष, ताकत और कंडीशनिंग पर काम करने की जरूरत है। वह नेट के आस-पास स्थिरता बनाए रखने पर काम कर सकते हैं, उसकी सहनशक्ति और बेहतर हो सकती है। इसलिए, तकनीकी रूप से ऐसे सभी क्षेत्र हैं, जहां वह सुधार कर सकता है।