मुंबई। Sachin Tendulkar: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज यानी 24 अप्रैल 2023 को एक अर्धशतक पूरा कर लिया कर लिया है। ये अर्धशतक मैदान पर नहीं, बल्कि उन्होंने इस दुनिया में पूरा किया है। सचिन तेंदुलकर आज 50 साल के हो गए हैं। करीब 10 साल पहले क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कहने वाले सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड आज भी अटूट हैं।
And 5️⃣0️⃣ up from the 𝗠𝗔𝗦𝗧𝗘𝗥 𝗕𝗟𝗔𝗦𝗧𝗘𝗥 and it’s an 𝗜𝗖𝗢𝗡𝗜𝗖 one 🎂
Happy birthday, @sachin_rt #OneFamily #MumbaiMeriJaan #MumbaiIndians pic.twitter.com/21twLjSjwV
— Mumbai Indians (@mipaltan) April 23, 2023
क्रिकेट के खेल के सबसे महान खिलाड़ी के रूप में जाने-जाने वाले Sachin Tendulkar का जन्म 24 अप्रैल 1973 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था। 5 फीट 5 इंच के छोटे कद वाले सचिन का नाम क्रिकेट के खेल में सबसे बड़ा रहा। सचिन आज भी दुनिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के ही नाम है। टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेलने के मामले में भी सचिन तेंदुलकर विश्व के नंबर वन खिलाड़ी हैं।
Happy birthday, Sachin Tendulkar. 💗
There will never be another one like you! 🐐 pic.twitter.com/y3keD4mLxr
— Rajasthan Royals (@rajasthanroyals) April 23, 2023
सचिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 34,357 रन बनाए
दाएं हाथ के बल्लेबाज Sachin Tendulkar ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 34,357 रन बनाए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर जो खिलाड़ी हैं, उनके रनों की संख्या 28016 है। ये श्रीलंका के कुमार संगकारा के आंकड़े हैं। इस तरह 6 हजार से ज्यादा रनों का अंतर दोनों के रनों में है। इसके अलावा मौजूदा समय में विराट कोहली ही एकमात्र एक्टिव क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 25 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। हालांकि, सचिन के इस रिकॉर्ड को तोडऩा उनके लिए हाल-फिलहाल में नामुमकिन है।
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100 अंतरराष्ट्रीय शतक जडऩे वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी
वहीं, अगर सबसे ज्यादा शतकों की बात करें तो Sachin Tendulkar दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 100 शतक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जड़े हैं। दूसरे नंबर पर इस लिस्ट में विराट कोहली हैं, जिन्होंने अब तक 75 शतक क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में जड़े हैं। इसके अलावा वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 463 मैच और टेस्ट क्रिकेट में 200 मैच खेलने का विश्व रिकॉर्ड भी सचिन के ही नाम है, जिसे तोडऩा इस समय लगभग नामुमकिन है, क्योंकि भी एक्टिव क्रिकेटर इसके आस-पास नहीं है।
Where does Sachin Tendulkar stack up in the eyes of former rival Ricky Ponting?
As the Little Master turns 50, the Australian’s take 👇https://t.co/D4j2j05bI5
— ICC Media (@ICCMedia) April 24, 2023
तमाम आलोचनाओं के बाद भी नहीं मानी हार
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को वह समय भी देखा पड़ा, जब मीडिया में साल 2006 में उनको लेकर तमाम आर्टिकल छपे कि उनका करियर खत्म हो चला है। हालांकि, Sachin Tendulkar हार मानने वाले खिलाड़ी नहीं थे। उन्होंने देख के लिए वर्ल्ड कप जीतने की ठान रखी थी। साल 2003 में ऐसा नहीं हुआ था और साल 2007 में भी टीम खिताब से दूर रही। हालांकि, साल 2011 में भारत ने खिताबी जीत हासिल की और सचिन का सपना भी पूरा हो गए। इसके ढाई साल बाद उन्होंने संन्यास लिया था। सचिन के नाम एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने 2003 के विश्व कप में 673 रन बनाए थे।
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24 साल के करियर में खेली हैं ये 10 यादगार पारियां
सचिन तेंदुलकर का पहला शतक
अगस्त 1990 में मैनचेस्टर के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच मैच चल रहा था। चार दिन का खेल हो चुका था और भारतीय टीम मुश्किल में थी। इंग्लैंड ने टीम इंडिया के सामने जीत के लिए 408 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। भारत के छह विकेट 183 रन पर गिर गए थे। ऐसे में 17 साल के Sachin Tendulkar ने देश को संकट से बाहर निकालने का जिम्मा उठाया। उन्होंने भारत की दूसरी पारी में मैच के पांचवें दिन 189 गेंदों में 119 रन की नाबाद पारी खेली। सचिन ने प्रभाकर के साथ सातवें विकेट के लिए 160 रनों की अविजित साझेदारी कर मैच ड्रॉ कराया। यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक था।
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जब पाकिस्तान में किया कमाल
भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी। Sachin Tendulkar इस समय 16 साल के थे और उनके सामने इमरान खान, वसीम अकरम और अब्दुल कादिर जैसे खतरनाक गेंदबाज थे। 23 नवंबर 1989 को बल्लेबाजी के दौरान सचिन की नाक पर चोट लग गई, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान जैसी कट्टर प्रतिद्वंद्वी टीम का डटकर सामना करते हुए 59 रनों की नायाब पारी खेली।
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया पहला वनडे शतक
Sachin Tendulkar ने अपने नौवें टेस्ट में पहला शतक लगा दिया था, लेकिन वनडे में पहले शतक के लिए उन्हें पांच साल तक इंतजार करना पड़ा, क्योंकि सचिन शुरुआत में काफी नीचे बल्लेबाजी करते थे। 79 वनडे मैच खेलने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलंबो में अपना पहला वनडे शतक लगाया था। उन्होंने इस यादगार पारी में 130 गेंदों में आठ चौके और दो छक्के की मदद से 110 रन बनाए थे। भारत ने यह मुकाबला 31 रनों से जीता।
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न्यूजीलैंड के खिलाफ 186 रन बनाए
नवंबर 1999 में न्यूजीलैंड के टीम भारत के दौरे पर आई थी। पांच वनडे मैच की सीरीज के दौरान Sachin Tendulkar जबर्दस्त फॉर्म में थे और एक के बाद एक बड़ी पारियां खेल रहे थे। इसी सीरीज के दूसरे मैच में सचिन ने 186 रन की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने 150 गेंदों में 20 चौके और तीन छक्के की मदद से 186 रनों की पारी खेली। भारत ने इस मैच में 50 ओवर में 376 रन बनाए और 174 रन से मैच अपने नाम किया था।
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शारजाह के रेगिस्तान में आया सचिन का तूफान
22 अप्रैल 1998 में सरजाह में सचिन ने कमाल किया था। उनकी यह पारी कई मायनों में खास थी। भारत को कोका-कोला कप के फाइनल में पहुंचने के लिए औसत में सुधार करना था। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 284 रन का लक्ष्य रखा। फाइनल खेलने के लिए भारत को कम से कम 254 रन बनाने थे, लेकिन तूफान आने के कारण बाद में लक्ष्य को संशोधित कर दिया गया और भारत को 46 ओवर में 237 रन बनाने थे। ऐसे में Sachin Tendulkar ने 131 गेंदों में 143 रनों (9 चौका और 5 छक्का) की पारी खेली और भारत ने आसानी से मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई।
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वनडे इतिहास का पहला दोहरा शतक
सचिन तेंदुलकर वनडे में पहला दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज है। उन्होंने 24 फरवरी 2010 को यह कारनामा किया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी करते हुए Sachin Tendulkar ने 25 चौके और तीन छक्कों की मदद से दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने भारतीय पारी के आखिरी ओवर में 200 का आंकड़ा छुआ था। उनकी पारी के चलते भारत ने मैच आसानी से जीता था।
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गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ा
दो जनवरी 2004 को सिडनी में सचिन ने 241 रन बनाकर सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ा था। इस मैच से पहले भारत के लिए टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम था। उन्होंने 236 रन की पारी खेली थी। Sachin Tendulkar ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच की चौथी पारी में शानदार बल्लेबाजी की और 241 रन बनाकर देश के लिए सबसे बड़ी पारी खेली। हालांकि, बाद में सहवाग ने तिहरा शतक लगाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया।
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मुल्तान में दोहरे शतक से चूके
साल 2004 में भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी। तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मुकाबला मुल्तान में खेला जा रहा था। Sachin Tendulkar शानदार लय में थे और शतक लगाकर खेल रहे थे। हालांकि, जब वह 194 रन पर थे, तब कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी और सचिन नाबाद रहते हुए पवेलियन लौट गए। इस फैसले को लेकर द्रविड़ की खासी आलोचना हुई थी, लेकिन भारत ने वह मैच एक पारी और 32 रनों से जीता था।
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चौथी पारी में शानदार शतक लगाया
दिसंबर 2008 में इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर थी। सीरीज का दूसरा मैच चेन्नई में खेला जा रहा था। भारत को जीत के लिए 387 रनों का लक्ष्य मिला और Sachin Tendulkar ने अपना विकेट बचाते हुए न सिर्फ शतक लगाया बल्कि टीम को छह विकेट से जीत दिला दी। तेंदुलकर 103 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे और टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे।
ढाका में लगाया शतकों का शतक
साल 2012 में एशिया कप का आयोजन बांग्लादेश में हो रहा था। 16 मार्च के दिन ढाका के मैदान में टीम इंडिया का सामना बांग्लादेश से था। Sachin Tendulkar अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 99 शतक लगा चुके थे और हर क्रिकेट फैन बेसब्री से उनके 100वें शतक का इंतजार कर रहा था। इस मैच में सभी का इंतजार खत्म हुआ और सचिन ने भारत के लिए 100वीं बार शतकीय पारी खेली। उन्होंने 147 गेंदों में 114 रन बनाए। वह दुनिया के पहले बल्लेबाज बने, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर में सौ शतक जमाए।