अब जनवरी में एशिया टूर के साथ करेंगे नए सत्र का आगाज
Denmark Open महिला एकल में अब कोई भारतीय भागीदारी नहीं
नई दिल्ली। स्टार भारतीय शटलर साइना नेहवाल और उनके पति पारुपल्ली कश्यप् ने Denmark Open सुपर 750 टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। सानिया और कश्यप अब जनवरी में एशियाई टूर के साथ नए सत्र की शुरूआत करेंगे।
सानिया और कश्यप् ने पूर्व में करीब साढे़ पांच करोड़ रूपए की ईनामी राशि वाले Denmark Open टूर्नामेंट में खेलने की सहमति दे दी थी। इसके बाद उन्होंने बकायदा अपनी प्रविष्टी भी भेज दी थी। लेकिन अब दोनों खिलाड़ियों के नाम वापस लेने से टूर्नामेंट में भारतीय संभावनाओं को करारा झटका लगा है।
गौरतलब है कि मार्च में आयोजित आल इंग्लैंड चैंपियनशिप के बाद बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर को स्थगित कर दिया गया था। कोरोना के कारण सभी तरह के टूर्नामेंट रोक दिए गए थे। यही कारण है कि Denmark Open भी अब 13 अक्टूबर से ही खेला जाना है और इसी के साथ बैडमिंटन का अंतरराष्ट्रीय कलेंडर भी शुरू होगा।
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थाॅमस और उबेर कप को किया था स्थगित
विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) ने इससे पहले विरोध के बाद थॉमस और उबेर कप फाइनल्स (तीन से 11 अक्टूबर) के अलावा एशिया की तीन प्रतियोगिताओं (नवंबर में) को 2021 तक स्थगित करने की घोषणा की थी। इनमें डेनमार्क मास्टर्स (20-25 अक्टूबर) टूर्नामेंट भी शामिल था। इन टूर्नामेंट्स के स्थगित होने के बाद अब Denmark Open ही शेष सत्र में आयोजित होने वाला एकमात्र विश्व टूर कार्यक्रम बचा है।
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साइना ने कहा कि थाॅमस और उबेर कप के साथ अन्य आयोजन भी होते तो Denmark Open में शामिल होने का फायदा भी था। क्योंकि तीन टूर्नामेंट तो डेनमार्क में ही होने थे। लेकिन अब एक ही टूर्नामेंट के लिए वहां जाने का कोई औचित्य नहीं है। सानिया ने कहा कि अब वो जनवरी में एशियाई टूर से वापसी करेंगी। विश्व रैंकिंग की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी के हटने से ओडेंस में महिला एकल में कोई भारतीय भागीदारी नहीं होगी क्योंकि विश्व चैंपियन पी वी सिंधु पहले ही इससे नाम वापस ले चुकी हैं।
कश्यप भी नहीं जाएंगे डेनमार्क
विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर काबिज कश्यप ने भी इसी तरह के कारणों से टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया। लंदन ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, मुझे भी लगता है कि एक Denmark Open के लिए वहां जाना, जोखिम उठाने के लायक नहीं है। जनवरी से एशियाई टूर से सत्र शुरू करना बेहतर होगा। पूर्व विश्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत, युवा लक्ष्य सेन, अजय जयराम और शुभंकर डे डेनमार्क ओपन में भारतीय चुनौती को पेश करेंगे।