नई दिल्ली। तमिलनाडु ने इस महीने के शुरुआत में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) के साथ अपने सीजन की शुरुआत की है। लेकिन इस टीम के सलामी बल्लेबाज मुरजी विजय अपनी टीम और टूर्नामेंट से दूर हैं। सूत्रों के अनुसार मुरली विजय कोविड 19 वैक्सीन लेने के लिए तैयार नहीं हैं और वह बायो बबल में भी नहीं रहना चाहते। इस वजह से उन्होंने Syed Mushtaq Ali Trophy में भाग लेने से मना कर दिया है। जबकि BCCI की एसओपी में राज्य संघों को कोविड 19 प्रोटोकॉल नियमों का सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है।
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मुरली विजय का व्यक्तिगत फैसला
सूत्रों के अनुसार मुरली विजय बबल का हिस्सा नहीं बनना चाहते। सूत्र ने कहा कि मुरली विजय का यह व्यक्तिगत फैसला है, वह वैक्सीन लेने में हिचकिचा रहे हैं। बीसीसीआई एसओपी में कहा गया है कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले खिलाड़ी को बबल में रहने की जरूरत है और इसके बाद जब तक वह टीम के साथ है, तब तक इसमें रहना होगा। मगर विजय ऐसा नहीं करना चाहते. इसीलिए तमिलनाडु के चयनकर्ताओं ने उन्हें चयन के लिए नहीं माना।
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मुरली को साबित करनी होगी फिटनेस
सूत्र ने कहा कि तमिलनाडु चयनकर्ताओं ने चयन मीटिंग में 37 साल के मुरली विजय के नाम पर चर्चा ही नहीं की। विजय भले ही टीम में जगह नहीं बना सके, यदि वह वैक्सीन लेने के लिए तैयार भी होते तो उन्हें टीम में जगह के लिए इस उम्र में एक बार फिर अपनी फिटनेस साबित करनी होगी।
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आइपीएल का हिस्सा नहीं थे मुरलीविजय
सूत्र ने कहा कि मीटिंग में चयनकर्ताओं ने उनके नाम की चर्चा नहीं की। घरेलू सत्र से पहले चुने गए तमिलनाडु की संभावित खिलाडि़यों की सूची में भी उनका नाम नहीं था। यदि वह वैक्सीन लेने के लिए तैयार होते और वापसी करना चाहते तो उनके लिए यह एक लंबा सफर होगा, क्योंकि उन्हें तुरंत नहीं चुना जाएगा। उन्हें अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। और तमिलनाडु के लिए फिर से चुने जाने के लिए कुछ मैच खेलने की जरूरत होगी। मुरली विजय आईपीएल के इस सीजन का भी हिस्सा नहीं था। पिछली बार उन्होंने 2019 में तमिलनाडु के लिए कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेला था।
2018 में खेला था आखिरी टेस्ट
मुरली विजय भारतीय टेस्ट टीम के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। साल 2008 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले विजय ने 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के लिए आखिरी टेस्ट खेला था। अभी तक खेले 61 टेस्ट मैचों में उनके नाम पर 38.28 की औसत के साथ 3982 रन दर्ज हैं। 105 पारियों में उनके बल्ले से 15 अर्धशतक और 12 शतक देखने को मिले हैं।