नई दिल्ली। Hockey: अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स (commonwealth games 2022) में भारतीय महिला एवं पुरुष Hockey टीमों के हिस्सा लेने की संभावना कम है। अगर ऐसा हुआ तो संभवतया यह पहली बार होगा जबकि भारतीय हॉकी टीम खेलों के इस बड़े आयोजन का हिस्सा नहीं होंगी। हालांकि यह सब एक रणनीति के तहत किया जा रहा है।
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दरअसल, Tokyo Olympics में पुरुष एवं महिला Hockey टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद अब हॉकी इंडिया और खिलाड़ियों के टारगेट पर 2024 के पेरिस ओलंपिक गेम्स और उसके क्वालिफायर्स हैं। अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लगभग एक महीने बाद ही चीन में एशियाई खेलों का आयोजन होना है। एशियन गेम्स के हॉकी गोल्ड मैडलिस्ट को ओलंपिक में खेलने का सीधा मौका मिलता है। यही कारण है कि भारतीय टीमों को अपनी फिटनेस और लय को बनाए रखने के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स को मिस किया जा सकता है।
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भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय Hockey टीमों के खेलने की संभावना बेहद कम है। उनका कहना है कि सभी चाहते हैं कि एशियन गेम्स के दौरान खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल और फार्म अपने शीर्ष पर रहे। क्योंकि टारगेट पर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करना है।
बत्रा ने कहा कि इस संबंध में भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान को अगवत करवा दिया गया है। हालांकि अभी तक Hockey India की तरफ से इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन बत्रा ने कहा कि हॉकी इंडिया के साथ भी उनकी चर्चा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हॉकी इंडिया भी यह नहीं चाहेगा कि टीम अपना श्रेष्ठतम प्रदर्शन कॉमनवेल्थ गेम्स में करें। सभी की निगाहें एशियन गेम्स (Asian Games 2022) पर हैं।