नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से अब टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) खेलों का आयोजन दर्शकों की गैरमौजूदगी होगा। इस बात की जानकारी शुक्रवार को स्थानीय मीडिया ने दी। 24 अगस्त से शुरू होने वाले इस इवेंट में दर्शकों की संख्या नाममात्र यानी सीमित होगी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, आयोजकों ने भी अपनी सहमति जताई है। इसके अनुसार अब मध्य जापान के शिज़ुओका में पैरालंपिक वेन्यू पर दर्शकों की संख्या पांच हजार से भी कम होगी। बता दें कि जापान की राजधानी टोक्यो में कोरोना आपातकाल लागू है।
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54 भारतीय एथलीटों का दल जापान रवाना
24 अगस्त से 5 सितंबर तक होने वाले Tokyo Paralympics खेलों की नौ स्पर्धाओं में भारत हिस्सा लेगा। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और भारतीय पैरालंपिक समिति ने गुरुवार को आगामी टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए 54 सदस्यीय भारतीय टीम को शुभकामनाओं के साथ रवाना किया। टीम में देवेंद्र झाझरिया (एफ-46 भाला फेंक), मरियप्पन थांगवेलू (टी-63 ऊंची कूद) और विश्व चैम्पियन संदीप चौधरी (एफ-64 भाला फेंक) जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो पदक के प्रमुख दावेदार है। बता दें कि देश को इस बार पैरालंपिक खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है।
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टोक्यो ओलंपिक भी हुए थे दर्शकों की गैरमौजूदगी में
इससे पहले जापान की राजधानी टोक्यो में हाल ही में टोक्यो ओलंपिक खेल सम्पन्न हुए थे। ये खेल भी कोरोना महामारी के बीच दर्शकों के बैगर ही सफलता पूर्वक सम्पन्न हुए थे। यह ओलंपिक खेल भारत के लिए अब तक के सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक खेल साबित हुए थे। क्योंकि इस बार भारत ने इस ओलंपिक खेलों में सात पदक जीते थे। इससे पहले लंदन ओलंपिक में भारत महज छह पदक ही अपने नाम कर पाया था। टोक्यो ओलंपिक में मिली भारी सफलता के बाद अब खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को उम्मीद है कि पैरालंपिक खेलों में भी भारत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा।