भारतीय मूल के Satnam Singh पर लगा डोपिंग का आरोप
नई दिल्ली । अमेरिका की प्रसिद्ध बास्केटबॉल लीग NBA में शामिल होने वाले भारतीय मूल के खिलाडी Satnam Singh पर डोपिंग के कारण अब दो वर्ष का प्रतिबंध लग गया है। पिछले वर्ष नवंबर में डोपिंग टेस्ट में पाॅजीटिव पाए गए थे। जिसके बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने Satnam Singh पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया था।
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19 नवंबर 2019 से NADA द्वारा लगाया गया प्रतिबंध Satnam Singh पर लागू होगा और 18 नवंबर 2021 को समाप्त होगा। इसी के साथ वह अब भारत के लिए किसी भी प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं हो पाएंगे। 2015 में पंजाब के इस खिलाड़ी को NBA की टीम डलास मेवरिक्स ने अपनी टीम में चुना था। दक्षिण एशियाई खेलों (SAG) की तैयारियों के लिए बेंगलुरु में टूर्नमेंट के बाहर NADA की ओर से लगाए गए एक शिविर के दौरान आयोजित हुए परीक्षण में Satnam Singh पाॅजीटिव आ गए थे।
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सतनाम उस वक्त इन सब बातों से इन्कार कर रहे थे। लेकिन, बाद में उन्होंने इस बात को मान लिया था। Satnam Singh ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों से हटने का फैसला किया था। उन्होंने ऐसा फैसला व्यक्तिगत कारणों के कारण लिया। 7.2 फिट का यह खिलाड़ी सैग के लिए बेंगलुरु के साई सेंटर में ट्रेनिंग कर रहा था।
NBA का हिस्सा बनने पर सतनाम ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं। एनबीए दुनिया की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित लीग मानी जाती है। सतनाम सिंह पहले भारतीय खिलाड़ी थे, जो इस लीग का हिस्सा बने। लेकिन अब डोपिंग के चलते वो इससे बाहर भी हो गए हैं। सतनाम का डोप टेस्ट में फेल होना भारतीय खेलों के लिए बुरी खबर है। हाल ही में एक रिपोर्ट सार्वजनिक हुई थी। जिसमें भी इस बात की पुष्टि की गई थी कि विश्व में प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करने वाले खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा भारतीय शामिल हैं। Satnam Singh का प्रकरण उसकी अब पुष्टि भी कर रहा है।