Indian Hockey के HPD पद के लिए प्रशिक्षक नहीं दिखा रहे दिलचस्पी
नई दिल्ली। कोरोना का भय Indian Hockey टीम को भी खासा प्रभावित कर रहा है। पिछले तीन महीने से भारतीय हाॅकी टीम के हाई परफॉरमेंस डायरेक्टर (एचपीडी) का पद खाली पड़ा है। और तमाम कोशिशों के बावजूद अभी तक इस पद को नहीं भरा जा सका है। इस पद को भरने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। कोरोना के डर से विदेशी और देसी प्रशिक्षक इस पद के लिए रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
हॉकी टीम के लिए एचपीडी की जिम्मेदारी अहम मानी जाती है। Indian Hockey टीम के एचपीडी पद पर रोलेंट ओल्टमेंस और जॉन जैसे दिग्गज रह चुके हैं। उन्हें करीब पौने नौ लाख से 10 लाख रुपये का वेतन दिया जाता था। जॉन ने अगस्त में इस पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद साई ने इस पद पर नए दिग्गज की तलाश के लिए विज्ञापन भी निकाला पर उसका कोई लाभ नहीं हुआ।
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किसी भी पूर्व खिलाड़ी और प्रशिक्षक ने इसके लिए आवेदन ही नहीं किया। पिछला इतिहास देखें तो इस पद पर हमेशा विदेशी प्रशिक्षकों को ही प्राथमिकता मिली है, लेकिन इस बार तो किसी भारतीय ने भी इसके लिए आवेदन नहीं किया है।
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साई और हॉकी इंडिया ने Indian Hockey टीम के एचपीडी के पद को भरने के लिए अब नया विज्ञापन निकाला है। सूत्रों का कहना है कि दूसरे विज्ञापन के बावजूद भी अभी तक किसी ने इस पद के लिए रुचि नहीं दिखाई है। यह हालात तो तब हैं जबकि साई ने एचपीडी का अनुबंध 2024 के ओलंपिक खेलों तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
साई को हैरानी इस बात की भी है कि भोपाल में चलाए जाने वाले नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के लिए पुरुष और महिला टीम का हाई परफॉरमेंस मैनेजर भी नहीं मिला। इस पद पर भारतीयों को ही आवेदन करना था, लेकिन उन्होंने इसमें ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। ऐसे में अब साई इन पदों पर फिर से भर्ती की तैयारी कर रहा है।