नई दिल्ली। Hockey India की लंबे समय से कार्यरत सीईओ एलेना नॉर्मन ने लगभग 13 सालों तक पद पर रहने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस्तीफा देते समय आरोप लगाया था कि महासंघ में आपसी गुटबाजी के कारण काम करना मुश्किल हो गया था, लेकिन उन्होंने ये फैसला लिया। वहीं, हॉकी इंडिया के सूत्रों के अनुसार उन्हें पिछले तीन महीने से भुगतान नहीं किया गया था। लेकिन हॉकी इंडिया ने एलेना नॉर्मन के आरोपों से इंकार कर दिया है।
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Below is the official joint statement by Hockey India President Dr. Dilip Tirkey and Secretary General Shri Bhola Nath Singh. #HockeyIndia #IndiaKaGame pic.twitter.com/ZkeaZPcTmv— Hockey India (@TheHockeyIndia) February 28, 2024
हॉकी इंडिया ने एलेना नॉर्मन के आरोपों को किया खारिज
नॉर्मन ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि दो गुटों की लड़ाई में काम करना मुश्किल होता जा रहा था। Hockey India में दो गुट हैं। एक तरफ मैं और (अध्यक्ष) दिलीप टिर्की हैं तथा दूसरी तरफ (सचिव) भोलानाथ सिंह, (कार्यकारी निदेशक) कमांडर आर के श्रीवास्तव और (कोषाध्यक्ष) शेखर जे मनोहरन हैं। वहां कुछ ऐसे लोग हैं जो सत्ता हासिल करना चाहते हैं और एक तरफ दिलीप है जो अच्छे इंसान हैं और भारतीय हॉकी की भलाई चाहते हैं। लेकिन हॉकी इंडिया ने अध्यक्ष दिलीप तिर्की और सचिव भोला नाथ सिंह के बीच मतभेद से इनकार कर दिया है।
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दिलीप टिर्की-भोलानाथ सिंह ने जारी किया बयान
दिलीप टिर्की और भोलानाथ सिंह ने एक संयुक्त बयान में कहा कि हॉकी की बेहतरी के लिए वे मिलकर काम करते रहेंगे। Hockey India द्वारा जारी संयुकत बयान में उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ आउटगोइंग अधिकारियों ने मीडिया में कहा है कि हॉकी इंडिया में गुटबाजी है। यह सही नहीं है। हॉकी के हित के लिए हम एकजुट होकर काम करते रहेंगे।
पिछले तीन महीने से भुगतान ना मिलने पर कही थी ये बात
नॉर्मन उन्होंने कहा था कि वेतन से जुड़े हुए कुछ मुद्दे थे और काफी पहल करने के बाद पिछले सप्ताह उन्हें मंजूरी मिली। नॉर्मन का इस्तीफा पिछले कुछ दिनों के अंदर Hockey India के लिए दूसरा झटका है। उनसे पहले भारतीय महिला हॉकी टीम की हेड कोच यानेक शोपमैन ने यह कहते हुए अपना इस्तीफा दे दिया था कि हॉकी इंडिया में जिस तरह का माहौल है उसमें काम करना मुश्किल है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि राष्ट्रीय महासंघ उन्हें महत्व नहीं देता और उनका सम्मान नहीं करता। नॉर्मन ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त की लेकिन उन्होंने टिर्की की लगातार समर्थन बनाए रखने के लिए प्रशंसा की।
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कौन हैं एलेना नॉर्मन?
नॉर्मन एक खेल प्रबंधन कंपनी में काम करने के लिए 2007 में भारत आ गई थी। उन्हें 2011 में Hockey India का पहला मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया था। 2011 में हॉकी इंडिया की पहली सीईओ नॉर्मन के टॉप पद पर रहते हुए भारत की पुरुष और महिला टीमों ने अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की थी। यही नहीं पुरुष टीम ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतकर 41 साल से चले आ रहे पदक के इंतजार को खत्म किया था।