इस्लामाबाद। Pakistan Cricket: वसीम अकरम, ये नाम ना तो पाकिस्तान क्रिकेट में गुमशुदा है और ना ही दुनिया भर में किसी के दिलो-दिमाग से जुदा। इस बार पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। वैसे ये बयान कम पाकिस्तान क्रिकेट पर उनके लगाए आरोप ज्यादा हैं। दरअसल, उन्होंने बताया है कि वो पाकिस्तान का कोच बनने में दिलचस्पी क्यों नहीं लेते। क्यों वो इससे दूर भागते हैं। उनके मुताबिक इसके पीछे पाकिस्तान में कोच के साथ होने वाला बुरा व्यवहार और गाली गलौज सबसे बड़ी वजह है।
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ऑनलाइन कोचिंग के लिए भी राजी है पीसीबी
बता दें कि पाकिस्तान में इस वक्त कोच की खोज जोरों पर है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड साउथ अफ्रीका के मिकी आर्थर को दोबारा कोच बनाने को लेकर जोर-शोर से जुटा है। आलम ये है कि वो उन्हें ऑनलाइन कोचिंग पर राजी करने को भी तैयार है। लेकिन, फिलहाल आर्थर की ओर से कुछ भी पॉजिटिव नहीं है। इधर, एक इंटरव्यू में जब अकरम से Pakistan Cricket पर सवाल हुआ कि वो कोच बनने में दिलचस्पी क्यों नहीं लेते तो उन्होंने इसका सीधा और सरल जवाब दिया है।
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गाली खाने के लिए कौन बनेगा कोच?
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने कहा है कि देश में कोच और कप्तान की आलोचना, बुरे व्यवहार और नफरत की वजह से उन्होंने राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देने के बारे में कभी नहीं सोचा। अकरम ने कहा, अगर टीम अच्छा नहीं कर रही है तो मैं आलोचना स्वीकार कर सकता हूं। Pakistan Cricket में जिस तरह से कप्तान और कोच की ना केवल आलोचना की जाती है बल्कि उनके साथ गाली-गलौज भी किया जाता है, वह असहनीय है। स्विंग के सुल्तान कहे जाने वाले अकरम ने कहा कि मुझमें सहनशीलता का वह स्तर नहीं है, खासकर जब सोशल मीडिया के उपयोग की बात आती है। कई ऐसे लोग है जिनका काम सिर्फ नकारात्मक टिप्पणियां करना है।
बाबर आजम के सपोर्ट में वसीम अकरम
वसीम अकरम ने इस बीच बाबर आजम की कप्तानी पर उठने वाले सवाल पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह एक गलती होगी। क्योंकि अगर आप उन्हें किसी भी प्रारूप में कप्तान के रूप में बदलते हैं तो भी इससे कोई फर्क नहीं पडऩे वाला है। उन्होंने आगे कहा, इस मामले में Pakistan Cricket में विकल्प क्या हैं? अगर हम सब समर्थन करें तो यह सबसे अच्छा विकल्प होगा। वह युवा है और कप्तान के तौर पर वह और बेहतर होगा। मेरी सोच है कि कोई भी जन्मजात कप्तान और नेता नहीं होता, ये चीजें समय और अनुभव के साथ आती हैं।