- झारखंड के सीएम हेमंत सोरेेन कहा- बीसीसीआई माही का एक फेयरवेल मैच रांची में कराए
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान Ms Dhoni ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। 39 साल के Ms Dhoni ने शनिवार शाम Instagram पर ‘मैं पल दो पल का शायर हूं’ गाने के साथ एक वीडियो पोस्ट किया। इसके साथ उन्होंने लिखा- आप लोगों की तरफ से हमेशा मिले प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया। आज शाम 7 बजकर 29 मिनट के बाद से मुझे रिटायर ही समझें। Ms Dhoni के रिटायरमेंट की खबर सामने आते ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीसीसीआई से मांग कर डाली कि धोनी का एक फेयरवेल मैच रांची में आयोजित किया जाए।
वीडियो में धोनी के अब तक के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की तस्वीरें हैं और इसके बैकग्राउंड में गाना चल रहा है- ‘मैं पल दो पल का शायर हूं…’ फिल्म ‘कभी कभी’ का ये गाना मशहूर गायक मुकेश की आवाज में है। 4 मिनट और 7 सेकेंड के वीडियो में महेंद्र सिंह धोनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की कई तस्वीरें शेयर की हैं।
देश और झारखण्ड को गर्व और उत्साह के अनेक क्षण देने वाले माही ने आज अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया है।हम सबके चहेते झारखण्ड का लाल माही को नीली जर्सी पहने नहीं देख पायेंगे।पर देशवासियों का दिल अभी भरा नहीं। मैं मानता हूँ हमारे माही का एक फ़ेयरवेल मैच राँची में हो जिसका 1/2 pic.twitter.com/XFt5zBSvG8
— Hemant Soren (घर में रहें – सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) August 15, 2020
39 वर्षीय Ms Dhoni टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास का ऐलान कर चुके थे। हालांकि वनडे और टी-20 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने हुए थे. लेकिन अब धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। धोनी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के कप्तान भी रह चुके हैं। साथ ही धोनी के नाम कई बड़े कीर्तिमान भी दर्ज हैं।
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बता दें कि धोनी ने साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. धोनी ने अब तक 90 टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा 350 एकदिवसीय और 98 टी-20 मुकाबलों में उन्होंने भारत का नेतृत्व किया है।
इस पारी ने बदली धोनी की जिंदगी
जब Ms Dhoni धोनी पाकिस्तान के खिलाफ 2005 की वनडे सीरीज के दूसरे मैच में उतरे तो उन पर काफी दबाव था। साल 2004 में बांग्लादेश सीरीज में वह नाकाम हो चुके थे। हालांकि 123 गेंद पर 148 रनों की पारी ने उनके आलोचकों को शांत कर दिया। यह धोनी के रेकॉर्ड तोड़ करियर की शुरुआत थी।
Ms Dhoni के कप्तानी सफर की शुरुआत
साल 2004 से 2007 तक धोनी के करियर में उतार-चढ़ाव आते रहे। साल 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में जब सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली जैसे खिलाड़ियों ने खुद को इससे अलग रखने का फैसला किया गया। धोनी को टीम की कमान सौंपी गई। और इसके बाद उनकी कप्तानी में एक युवा टीम ने पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता।
टेस्ट में नंबर वन
Ms Dhoni ने टी20 कप जितवाने के बाद भारतीय टीम को टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन पर पहुंचाया। घरेलू सीरीज में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 213 रन की पारी खेली और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में 4-0 से मात दी। सचिन तेंडुलकर ने उनकी कप्तानी में खेले एक टेस्ट मैच के बाद कहा था कि ड्रेसिंग रूम का माहौल इससे बेहतर कभी नहीं रहा।