जयपुर। Jaipur District Olympic Association (जयपुर जिला ओलंपिक संघ) की साधारण सभा की मीटिंग आगामी 23 जून को होगी। बैठक धूलेश्वार गार्डन, हथरोई स्थित होटल श्री रेजीडेंसी में आयोजित की गई है। कहने को तो मीटिंग में ओलंपिक संघ की मान्यता और सदस्यता से जुड़े मसलों पर चर्चा होगी। लेकिन एक बड़ा मुद्दा जो इस मीटिंग में उठ सकता है वो है गैर ओलंपिक खेलों की वर्तमान स्थिति को लेकर।
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दरअसल, प्रदेश में पिछले कुछ समय से गैर ओलंपिक खेलों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं बंद पड़ी हैं। ना तो इन खेलों के पार्ट टाइम कोच की भर्ती की जा रही है। ना ही इन्हें खेल मैदान, उपकरण जैसी सामान्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
गैर ओलंपिक खेलों से जुड़े खिलाड़ियों और कोच का कहना है कि पूर्व में भारत सरकार के केंद्रीय प्रशिक्षण शिविर में गैर ओलंपिक खेलों को भी शामिल किया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। बॉल बैडमिंटन, सॉफट बॉल, शूटिंग बॉल जैसे गैर ओलंपिक खेलों को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है, जबकि ये खेल राजस्थान स्पोर्ट्स एक्ट 2005 में रस्टिर्ड हैं। इस संबंध में राज्य सरकार को ज्ञापन भी किए गए हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
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क्या फंसा है पेंच
दरअसल, राज्य सरकार द्वारा उन्हीें खेलों को प्रश्रय दिया जा रहा है, जिन्हें भारतीय ओलंपिक संघ की मान्यता प्राप्त है। गैर ओलंपिक खेलों में से कुछ को वर्ल्ड ओलंपिक से तो मान्यता मिली हुई है लेकिन आईओसी से मान्यता नहीं है। सरकार का वर्तमान में नजरिया स्पष्ट है कि उन्हीं खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा जो ओलंपिक संघ से रजिस्टर्ड हैं। यही कारण है कि गैर ओलंपिक खेलों के आयोजनों में भारी कमी आई है। इसका सीधा असर इन खेलों से जुड़ने वाले खिलाड़ियों की संख्या पर भी पड़ा है। लिहाजा Jaipur District Olympic Association की बैठक में इस संबंध में मुद्दा उठ सकता है।