नई दिल्ली। WFI President: भारतीय कुश्ती में अचानक बवाल खड़ा हो गया है। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं। WFI President बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं। इसके बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ। यौन शोषण का आरोप लगने के बाद बृजभूषण सिंह सामने आए और उन्होंने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर पलटवार किया और अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को साजिश करार दिया।
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97 फीसदी खिलाड़ी WFI के साथ: बोले बृजभूषण शरण सिंह
WFI President बृजभूषण शरण सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ”मैंने ओलंपियनों की सफलता में योगदान दिया है। एक हफ्ते पहले बजरंग पुनिया और साक्षी मुझसे मिले थे, उन्हें पहले कोई समस्या नहीं थी। हो सकता है, उन्हें अध्यक्ष के रूप में लिए गए कुछ फैसले पसंद नहीं आए, लेकिन मैंने केवल उन फैसलों को खेल के हित में लिया।”
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा, ”97 फीसदी खिलाड़ी भारतीय कुश्ती संघ के साथ हैं। मैं यौन उत्पीड़न के आरोपों से आहत हूं। कोई भी खिलाड़ी मुझ पर या मुख्य कोच पर ये आरोप नहीं लगा सकता। कुछ पहलवानों पर धरने पर बैठने के लिए दबाव बनाया गया।”
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आरोप सही साबित हुए तो फांसी लगा लूंगा
आरोपों पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष (WFI President) बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”क्या ऐसा कोई खिलाड़ी है जो आकर कह सकता है कि कुश्ती संघ ने उसे प्रताड़ित किया? क्या उन्हें पिछले दस साल से फेडरेशन से कोई समस्या नहीं थी? ये सारी बातें तब हो रही हैं जबसे नए नियम लागू किए गए हैं। धरने पर बैठे पहलवानों ने ओलंपिक के बाद से किसी भी राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है। यौन शोषण की कोई घटना नहीं हुई है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा।”
‘जांच के लिए तैयार हूं’
उन्होंने कहा, ”मैं विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने ओलंपिक में हार के बाद कंपनी की लोगो वाली पोशाक क्यों नहीं पहनी थी? उसके मैच हारने के बाद, मैंने केवल उसे प्रोत्साहित और प्रेरित किया था। यौन शोषण के बहुत बड़ा आरोप है। जब मुझे ही इसमें घसीटा गया है तो मैं कैसे कोई कार्रवाई कर सकता हूं? मैं जांच के लिए तैयार हूं।”
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बृजभूषण शरण सिंह ने क्या-क्या कहा?
यौन उत्पीड़न पर WFI President बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”जब मुझे पता चला कि पहलवान धरने पर बैठे हैं तो मैं तुरंत फ्लाइट का टिकट लेकर दिल्ली पहुंच गया। क्या कोई सामने है कि कह दे कि संघ ने कभी किसी खिलाड़ी का शोषण किया है? क्या कोई मेरे सामने कह सकता है कि मैंने शोषण किया है? यह गलत है। इसमें मुख्य कोच का नाम भी लिया गया है।”
उन्होंने कहा, ”मैं ये पूछना चाहता हूं कि आप नेशनल में नहीं खेलोगे और आप ओपन-नेशनल में नहीं खेलोगे। उसके बाद यह कहोगे कि ट्रायल भी सिर्फ एक हो। देश के अन्य खिलाड़ी भी एशिया या ओलंपिक स्तर पर खेलना चाहते हैं। जब आपको फेडरेशन से इतनी ही समस्या थी तो आपने 10 सालों में क्यों नहीं बताया?’
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बृजभूषण ने ओलंपिक ट्रायल को लेकर दिया बयान
बृजभूषण ने ओलंपिक ट्रायल को लेकर भी विस्तार से बताया, ”संघ ने दुनिया के कई देशों के नियमों का अध्ययन करने के बाद एक नियम बनाया। हमने ओलंपिक के बाद ट्रायल का नियम बनाया। किसी को ओलंपिक में जाना है तो उसे देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ ट्रायल होगा। जो खिलाड़ी ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुका है, उसका मुकाबला देश में ट्रायल जीतने वाले के साथ होगा। फिर वहां से ओलंपिक के लिए पहलवान का चयन होगा। अगर ओलंपिक कोटा हासिल करने वाला हार जाता है तो उसे फिर एक मौका दिया जाएगा। हम नियम के अनुसार काम कर रहे हैं। तानाशाही की कोई बात ही नहीं। यह मेरा फैसला नहीं, बल्कि अच्छे कोचों और इन खिलाड़ियों से राय लेने के बाद लिया गया है।”
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विनेश बोलीं- वे लड़कियों का यौन शोषण करते हैं
पहलवानों ने WFI President बृजभूषण शरण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विनेश ने अपने बयान में कहा, ”कोच महिला खिलाड़ियों को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।” विनेश फोगाट ने कहा है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि पुरुष कोच भी लड़कियों और महिला कोच का यौन शोषण करते हैं।
जंतर-मंतर पर मौजूद पहलवानों ने कहा, ”वे (संघ) हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। जब से हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है।”