नई दिल्ली। Tokyo Olympics के लिए ओलंपिक खेल गांव में एंट्री के लिए बनाए गए नए नियमों ने भारतीय दल की टोक्यो में तैयारियों में परिवर्तन करने के साथ ही यात्रा खर्च भी बढ़ा दिया है। नए नियमों के अनुसार अब खेल गांव में किसी भी खिलाड़ी को उसके कंपटीशन से पांच दिन पहले एंट्री दी जाएगी। साथ ही उसे कंपटीशन खत्म होने के 48 घंटे बाद खेल गांव को छोड़ना होगा। अब भारतीय ओलंपिक संघ ने सभी राष्ट्रीय खेल संघों से टोक्यो जाने वाले अपने खिलाडिय़ों का यात्रा कार्यक्रम नए नियमों के अनुसार तैयार करने को कहा है।
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काफी चुनौतीपूर्ण होगा
पहले के Tokyo Olympics में खिलाड़ी 10 से 15 दिन पहले खेल गांव में प्रवेश कर जाते थे। इस दौरान खिलाड़ी आयोजन स्थल पर जाकर तैयारियां कर सकते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। यही नहीं नए नियम से कंपटीशन खत्म होने के बाद खिलाडिय़ों घूमने- फिरने यानी सैर सपाटे पर भी पांबदी लगाने की तैयारी की जा रही है। पहले ओलंपिक खेल चुके टोक्यो जा रहे एक शूटर का कहना है कि इस बार ओलंपिक खेलों के लिए जाना चुनौतीपूर्ण होगा। खेल गांव में पांच दिन पहले प्रवेश का मतलब यह होगा कि उन्हें टोक्यो की रेंज में एक आधिकारिक प्रैक्टिस और कंपटीशन से पहले की प्रैक्टिस मिलेगी और सीधे कंपटीशन में उतरना पड़ेगा।
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…तो निश्चित रूप से बढ़ जाएगा खर्च
नए नियमों से टोक्यो की यात्रा और होटल का खर्च भी बढ़ेगा। पहले एक साथ कई खिलाड़ियों को ओलंपिक में भेज दिया जाता था और एक साथ ही वापस भारत भेजा जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने जा रहा है। इस बार IOA को खिलाड़ियों को खेल गांव में एंट्री कराने से पहले किसी होटल में रुकाना होगा या फिर उनको एक साथ नहीं लाकर अलग-अलग भारत में लाना होगा। इस प्रकार दोनों की स्थितियों अतिरिक्त आर्थिक भार बढ़ेगा। IOA साई और खेल संघों के साथ मिलकर इस पर चर्चा कर रही है। कई खेल संघ टोक्यो में ही रुककर तैयारियों की योजना बना रहे हैं।