नई दिल्ली। विश्व के नंबर-1 टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक (Novak Djokovic) ऑस्ट्रेलिया से निर्वासित होने के बाद सोमवार तड़के दुबई पहुंच गए। ऐसे में 17सर्बिया के स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक का ऑस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट खिताब बचाने का सपना टूट गया। कोरोना वायरस वैक्सीन नहीं लगवाने के कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया से डिपोर्ट कर दिया। दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी जोकोविक जब से ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे, तभी से विवाद में फंसे रहे।
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Novak Djokovic ने साल 2020 में जीता था ऑस्ट्रेलिया ओपन का खिताब
अमीरात के फ्लाइट से वह साढ़े तेरह घंटे की उड़ान के बाद मेलबर्न से यहां पहुंचे। अभी यह पता नहीं चल सका है कि वह यहां से कहां जाएंगे। दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस टूर्नामेंट 14 फरवरी से पहले शुरू नहीं होगा। जोकोविक ने 2020 में यहां खिताब जीता था। दुबई में यात्रियों के लिए वैक्सीनेशनल अनिवार्य नहीं है, लेकिन उन्हें फ्लाइट लेने से पहले नेगेटिव आरटी पीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी।
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Novak Djokovic का दो बार हुआ वीजा रद्द
नौ बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 20 ग्रैंडस्लैम विजेता जोकोविक का वीजा ऑस्ट्रेलिया में दो बार रद्द हो गया क्योंकि कोरोना वैक्सीनेशन के कड़े नियमों में मेडिकल छूट के लिए जरूरी मानदंडों पर वह खरे नहीं उतरे थे।
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दूसरी बार जोकोविक के पक्ष में नहीं आया फैसला
5 जनवरी को मेलबर्न पहुंचते ही ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल के अधिकारियों ने जोकोविक का वीजा रद्द कर दिया गया था। उनके मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के कड़े कोरोना टीकाकरण नियमों में मेडिकल छूट पाने के लिए जोकोविच जरूरी मानदंडों पर खरे नहीं उतर पाए। इसके बाद जोकोविक ने अदालत का सहारा लेकर फैसला पलटवा लिया था। लेकिन, शुक्रवार को आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉके ने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए जोकोविक का वीजा दूसरी बार रद्द कर दिया। जोकोविक ने एक बार फिर अदालतका दरवाजा खटखटाया, लेकिन रविवार को सुनाया गया फैसला उनके हक में नहीं गया।